[ad_1]
Haryana Election: हरियाणा में बीजेपी से बगावत करने वाले वरिष्ठ नेता रामबिलास शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन वापस लेने का ऐलान किया है। शर्मा ने बुधवार को नामांकन दायर किया था और इस दौरान बीजेपी के ही कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। अब रामबिलास शर्मा ने रोते हुए समर्थकों के बीच नामांकन वापस लेने की घोषणा की है, जोकि बीजेपी के लिए बड़ी राहत की तरह देखा जा रहा है। शर्मा हरियाणा में बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं।
रामबिलास शर्मा ने रोते हुए अपने कार्यकर्ताओं के सामने कहा कि बीजेपी के सामने आपने खून दिया, मेरी आपसे विनती है कि पार्टी के इस फैसले को स्वीकार करें। पता नहीं जिंदगी 15 साल की है या 10 साल की, मैंने जिस झंडे के लिए जान दे दी है, मुझे अंत में उसी झंडे के साथ रहने दीजिए। उनके ऐसा कहने पर समर्थक रोने लगे तो वह बोले आपके आंसू मुझे कमजोर कर देंगे। ऐसा कहकर वह भी भावुक हो गए। शर्मा ने आगे कहा कि आप लोगों की वजह से ही महेंद्रगढ़ बीजेपी की छावनी रहा है। पार्टी के लिए यहां लोगों ने सर्दी और गर्मी झेली और बुरे वक्त में प्रताड़ना भी झेली।
रामबिलास शर्मा हरियाणा की महेंद्रगढ़ सीट से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन बीजेपी ने तीसरी और आखिरी लिस्ट में उनकी जगह कंवर सिंह यादव को मैदान में उतार दिया। हालांकि, उम्मीदवार के नाम के ऐलान से पहले ही शर्मा ने महेंद्रगढ़ से निर्दलीय पर्चा भर दिया था। इस पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी अपना रिएक्शन दिया था। सैनी ने कहा था कि रामबिलास शर्मा बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं और उनके ही नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा जा रहा है। उनका आशीर्वाद अब भी है और नाराज नहीं हैं।
रामबिलास शर्मा हरियाणा बीजेपी के कद्दावर नेता हैं। वह महेंद्रगढ़ विधानसभा से 1982 से लेकर 2000 तक लगातार बीजेपी के विधायक रहे हैं। इसके बाद 2014 में एक बार फिर से उन्हें जीत मिली। हालांकि, 2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के राव दान सिंह ने जीत हासिल की थी। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे आठ अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
[ad_2]
Source link