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सिलीबेरी बांध का पानी अंदर से रिसाव करता हुआ खेतों में भर रहा। प्याज की फसल चौपट।
अलवर में बालेटा के निकट सरिस्का के जंगल से लगते सिलीबेरी बांध का पानी जमीन के अंदर से रिसते हुए 200 बीघा जमीन में भर गया। जिसके कारण 200 बीघा से अधिक जमीन में प्याज व बाजरे की खेती खराब हो गई। गुरुवार को अफसरों को शिकायत करने के बाद वहां टीम पहुंची।
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सिलीबेरी बांध में 13 बीघा जमीन में पानी भरा हुआ है। यही पानी अंदर से दूर खेतों में भर गया।
गांव के लेखराम गुर्जर ने बताया कि सिलीबेरी बांध में पानी की आवक अधिक है। यहां बांध का पानी जमीन के अंदर से रिसता हुआ खेतों में भर गया। करीब 100 बीघा प्याज की खेती खराब हो गई। इसके अलावा बाजरे के खेती खराब हो चुकी है। बांध में सेजा लगने से भारी नुकसान हुआ है। गांव के लोगों ने बताया कि 1995 से दोगुना अधिक पानी आया है। बांध की पाल भी सुरक्षित नहीं है। असल में गांव के लोगों में डर है। बांध का पानी टूटा तो मुश्किल हो सकती है।
इस तरह बाजरे की खेती खराब हो गई।
गांव के लेागों ने बताया कि बांध के पानी का सेजा चल रहा है। मतलब बांध का पानी अंदर ही अदंर रिसता हुआ दूसरे खेतों में पहुंच रहा है। जिससे खेत पानी से भर गए हैं। यह जारी रहा तो आसपास की पूरी खेती चौपट हो जाएगी। वहीं बांध भी खाली सकता है। आगे और बारिश होने पर मुश्किलें आ सकती है। अभी प्रशासन का ध्यान नहीं है। गुरुवार सुबह ग्रामीणों की शिकायत के बाद SDM योगेश, बालेटा सरपंच हजारी लाल मीना, प्रभु गुर्जर सहित गांव के लोग बांध के पास पहुंचे। वहां अफसरों केा हालातों से अवगत भी कराया गया।
इनपुट : प्रकाश गुर्जर, सिलीबेरी।
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