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बिजली चले जाने से आम इंसान काफी परेशान हो जाता है। पर क्या आपने कभी सोचा है कि अगर अदालत की बिजली कट जाए तो क्या होगा। झारखंड में ऐसा हुआ है। राज्य में गुरुवार को करीब डेढ़ घंट तक बिजली गुल रही। जिसके कारण परिसर में अंधेरा छा गया और अदालत की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए रोकनी पड़ी। यह स्थिति तब सामने आई जब हाईकोर्ट के नए भवन में बिजली सप्लाई के लिए एक अलग सबस्टेशन बनाया गया है।
क्या था कारण
उल्लेखनीय है कि उच्च न्यायालय भवन में 33 केवी विधानसभा और 33 केवी हाईकोर्ट फीडर से लाइट दी जाती है। दोनों ही फीडर चालू था इसके बावजूद बिजली चली गयी। हालांकि, थोड़ी देर बाद जनरेटर के जरिये बिजली की सेवा बहाल की गयी। इसके बाद उच्च न्यायालय की कार्यवाही फिर शुरू हुई। इसकी सूचना मिलने के बाद बिजली विभाग और वर्क्स डिपार्टमेंट की टीम मौके पर पहुंचकर इस मामले की जांच में जुट गई है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वर्क्स डिपार्टमेंट के सिस्टम में कुछ खराबी आ गयी जिसके कारण बिजली चली गयी थी। करीब 11 बजे अदालत की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई।
ऊर्जा और मुख्य सचिव तलब
बिजली कट पर अदालत ने नाराजगी जाहिर की है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कोर्ट ने राज्य के ऊर्जा और मुख्य सचिव को तलब किया। दोनों ने कोर्ट में पेश होकर यह आश्वासन दिया कि भविष्य में कभी बिजली आपूर्ति को लेकर समस्या नहीं होगी। इसका बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
पिछले साल हुआ था उद्घाटन
झारखंड हाईकोर्ट के नए भवन का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उद्घाटन किया था। यह 72 एकड़ में फैला हुआ है। परिसर में पावर कट न हो इसके लिए सोलर पैनल भी लगाया गया है। जिससे दो मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है। इसके अलावा एक अलग बिजली सबस्टेशन भी है।
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