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उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ। इसके अगले 6 घंटों के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति से धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके कारण मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा मानसून की ट्रप सक्रिय है और समुद्र तल पर अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में स्थित है। इसके अगले 3-4 दिनों तक ऐसा ही रहने की संभावना है। साथ ही दक्षिण गुजरात पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
आईएमडी ने अपने ताजा अपडेट्स में बताया है कि उत्तर-पश्चिमी दिशा में धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रहे निम्न दबाव के क्षेत्र से वेस्ट यूपी का मौसम बदलने जा रहा है। इसके प्रभाव से मेरठ सहित वेस्ट यूपी में 72 घंटे में मध्यम से मूसलाधार बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कुछ हिस्सों में अत्यधिक मूसलाधार बारिश की आशंका जताई है।
मूसलाधार का मतलब है कुछ ही घंटों में 204 मिमी या इससे अधिक बारिश का होना। यह स्थिति निचले हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा करने के लिए काफी है। मेरठ में एक दशक में मूसलाधार बारिश 27 जुलाई 2018 को दर्ज की थी। इस दिन 226.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई थी और शहर के अधिकांश हिस्से डूब गए थे।
मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश और इसके आसपास के हिस्सों में निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। फिलहाल यह धीमी रफ्तार से उत्तर-पश्चिमी दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है। इसके असर से घने बादलों का जमावड़ा बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार इस क्षेत्र के असर से 14 सितंबर तक वेस्ट यूपी में मध्यम से अत्यधिक मूसलाधार बारिश के आसार हैं। आईएमडी के मुताबिक, दक्षिणी उत्तर प्रदेश के हिस्सें में मूसलाधार बारिश की आशंका अधिक है।
हिमाचल के पांच जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, 37 सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश के 12 में से पांच जिलों में बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया और 17 सितंबर तक राज्य में बारिश का अनुमान है। स्थानीय मौसम विभाग ने बुधवार को यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने कहा कि किन्नौर, सिरमौर, सोलन, शिमला और बिलासपुर जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। विभाग ने बागानों, फसलों, कमजोर संरचनाओं और कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने की आशंका के बारे में भी लोगों को सतर्क रहने को कहा।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने बताया कि राज्य में कुल 37 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। मंडी और कांगड़ा में 10-10 सड़कें, शिमला में छह, सिरमौर में चार, बिलासपुर और कुल्लू में तीन-तीन और ऊना जिले में एक सड़क बंद है। एसईओसी ने बताया कि राज्य में 106 बिजली व्यवस्थाओं में भी बाधा उत्पन्न हुई है।
झारखंड में 5 दिनों तक बारिश से राहत नहीं
धनबाद के विभिन्न क्षेत्रों में आधी रात से सुबह नौ बजे तक मूसलाधार बारिश हुई। बारिश की वजह से शहर में जगह-जगह जलजमाव हो गया। सुबह में स्कूल जाने वाले बच्चों को बारिश की वजह से परेशानी हुई। कई स्कूलों में परीक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में बच्चे भीगकर स्कूल पहुंचे। मौसम विभाग ने झारखंड में पांच दिनों तक भारी बारिश का अनुमान जारी किया है। आईएमडी नेकहा कि झारखंड में 11 से 15 सितंबर तक कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं गरज के साथ वज्रपात की भी आशंका है। 13 सितंबर को झारखंड के उत्तरी-पूर्वी भाग यानी संताल परगना के छह जिलों (देवघर, दुमका, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ और साहिबगंज) के साथ-साथ धनबाद और गिरिडीह जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।
म्यांमार से एक चक्रवात तटीय बांग्लादेश और बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है। दो दिनों में पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी में इसके पहुंचने का अनुमान है। इस चक्रवात की वजह से झारखंड में पांच दिनों तक बारिश होगी। मौसम विभाग ने 14 सितंबर के लिए येलो और ऑरेंज दोनों अलर्ट जारी किया है। इस दिन कुछ जगहों पर भारी बारिश होगी तो कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
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