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दिल्ली में छह महीने पहले जिस फ्लाईओवर को जनता को समर्पित किया गया था उसमें अब घटिया निर्माण के साइन दिखने लगे हैं। इसी साल मार्च में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसका उद्घाटन किया था। सड़क का एक बड़ा हिस्सा टूट गया है और एक हिस्सा बह गया है। इतना ही नहीं सड़क पर कई जगह दरारें देखने को मिल रही हैं।
यह फ्लाईओवर है मोती नगर फ्लाईओवर। जिसे पंजाबी बाग कॉरिडोर पुनर्विकास परियोजना का एक हिस्से के तौर पर बनाया गया था। आधा फ्लाईओवर मौजूदा मोती नगर फ्लाईओवर के बगल में बनाया गया है, जो ईएसआई अस्पताल की ओर जाता है। उद्घाटन के छह महीने बाद ही इसमें घटिया निर्माण क्वालिटी के साइन नजर आ रहे हैं। यह पुल जिस जगह पर आजादपुर फ्लाईओवर से मिलता है, वहीं का एक बड़ा हिस्सा बह गया है।
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, सड़क पर कई दरारें दिखाई दे रही हैं, जो लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा किए गए घटिया काम को दिखाती हैं। सड़क के आखिर में दो बड़े गड्ढे भी हैं, जहां लोग फ्लाईओवर से उतरकर आजादपुर की ओर जाने वाली स्लिप रोड पर जाते हैं, इससे यात्रियों के लिए पुल से यात्रा करना खतरनाक हो जाता है। फ्लाईओवर के बगल में सर्विस लेन का एक हिस्सा पीडब्ल्यूडी द्वारा बंद कर दिया गया था, क्योंकि भारी बारिश के दौरान जलभराव की वजह से सड़क की स्थिति खराब हो गई थी।
वहीं जो वाहन चालक फ्लाईओवर का उपयोग नहीं करना चाहते, उनके पास आधे फ्लाईओवर का उपयोग करने और ऊबड़-खाबड़ रास्ते पर यात्रा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। स्थानीय निवासियों ने भी शिकायत की कि सड़क का टूटा हुआ हिस्सा अक्सर ट्रैफिक का कारण बनता है। वहीं इस मामले पर पीडब्ल्यूडी का कहना है कि वह मामले की जांच करेगा। एक अधिकारी ने कहा, ‘यह (दरारें) नीचे मिट्टी के जमाव के कारण हो सकती हैं, लेकिन हमें नए फ्लाईओवर पर किसी समस्या या गड्ढे के बारे में नहीं पता।’
अधिकारी ने कहा कि मॉनसून के बाद सर्विस लेन पर ओवरलेइंग का काम शुरू किया जाएगा। मोती नगर फ्लाईओवर पर वाहनों की भारी आवाजाही होती है क्योंकि यह आजादपुर बस डिपो और ट्रैफिक ट्रेनिंग पार्क के नजदीक है। पहले, यहा सिर्फ एक तरफा फ्लाईओवर हुआ करता था। मोती नगर चौराहे से पंजाबी बाग तक, जिसपर कई सड़कों से ट्रैफिक आता था।
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