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रांची की बड़गाईं अंचल स्थित जमीन से जुड़े मामले में एसीबी ने बुधवार को हजारीबाग सदर एसडीओ शैलेश कुमार और नोवामुंडी के अंचल अधिकारी मनोज कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की। टीम ने दोनों के दफ्तर, सरकारी आवास और निजी आवासीय परिसर में एक साथ दबिश दी और काजगात खंगाले। दोनों पूर्व में बड़गाईं में सीओ रहे चुके हैं। निगरानी कोर्ट से वारंट लेकर एसीबी ने यह कार्रवाई की।
मिले दस्तावेजों में गड़बड़ी करने के सबूत
एसीबी की टीम ने शैलेश कुमार के गिरिडीह स्थित पैतृक आवास में पिता उदय शंकर सिन्हा के घर में भी दबिश दी। दोनों अधिकारियों के ठिकानों से जमीन में निवेश संबंधी डीड, बैंक खातों की डिटेल व इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त किए गए हैं। एसीबी के मुताबिक, दोनों के खिलाफ जमीन के दस्तावेजों में गड़बड़ी करने के साक्ष्य मिले हैं।
गेट फांद कर घुसी एसीबी की टीम
एसीबी की टीम जब हजारीबाग में एसडीओ शैलेश कुमार के आवास पर पहुंची तब गार्ड ने दरवाजा नहीं खोला, तब टीम के अधिकारी गेट फांदकर अंदर घुसे।
एसीबी की टीम रांची लाकर दोनों से कर रही पूछताछ
एसीबी की टीम हजारीबाग सदर एसडीओ शैलेश कुमार और नोवामुंडी के सीओ मनोज कुमार को बुधवार को रांची ले आई। टीम इन दोनों से बड़गाईं अंचल स्थित जमीन से जुड़े मामले में पूछताछ शुरू कर दी है। हालांकि पूछताछ में अबतक क्या बातें निकलकर सामने आई हैं, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। लेकिन, दोनों अफसरों की मुश्किलें जरूर बढ़ गई हैं।
शैलेश और मनोज रांची के बड़गाईं में रह चुके हैं सीओ
अप्रैल 2023 में ईडी ने बड़गाईं के राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप के आवास से कई कागजात जब्त किये थे। ईडी ने इसकी सूचना राज्य सरकार को दी थी। इसके बाद एक जून 2023 को सदर थाने में केस दर्ज हुआ था। इसी केस के आधार पर ईडी ने ईसीआईआर दर्ज की थी। जांच में ईडी ने बड़गाईं में सीओ रह चुके शैलेश व मनोज का बयान दर्ज किया था। बाद में ईडी ने दोनों को गवाह बनाया था। इस केस को एसीबी ने अपने हाथों में लिया है।
एसीबी के छापे में ‘गोपनीय’ दस्तावेज की तलाश
हजारीबाग में बुधवार की सुबह जैसे ही यह सूचना फैली की सदर एसडीओ के आवास और दफ्तर में एसीबी की छापामारी चल रही है। लोग सकते में आ गए। मंगलवार को जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में एसडीओ शैलेश कुमार बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे थे।
इधर नौ बजते बजते कार्यालय में कर्मियों के पहुंचने का सिलिसला शुरू हो गया। सभी हैरत भरी निकाह से एसबी की कार्रवाई को देख रहे थे। कई लोग एसडीओ कोर्ट के डेट पर उपस्थित हुए थे। उन्हें दूसरा डेट दिया गया। रांची के चर्चित बड़गाई जमीन घोटाले के मामले को लेकर झारखंड पुलिस की एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम की सबसे बड़ी कार्रवाई बतायी जा रही है।
एसबी की टीम मंगलवार की रात में ही हज़ारीबाग पहुंची और सदर एसडीओ शैलेश कुमार के आवास और कार्यालय पर छापामारी शुरू कर दी। इस दौरान आवास और कार्यालय में आम लोगों के जाने पर रोक लगा दी गई। घंटो दस्तावेज और कंप्यूटर की तलाशी होती रही। एंटी करप्शन ब्यूरो टीम के सदस्य कोई गोपनीय चीज को खंगालने का प्रयास कर रहे थे। इधर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एसपी आरिफ इकराम ने बयान जारी कर बताया कि इस संबंध में रांची सदर थाना मे काण्ड संख्या 272/2023 दर्ज है। इसका अनुसंधान अपराध अनुसंधान विभाग, झारखण्ड, रांची कर रही है।
शाम तक एसडीओ के खिलाफ जारी रही कार्रवाई
सरकार से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को अग्रतर अनुसंधान करने का आदेश प्राप्त होने पर संबंधित न्यायालय को सूचित करते हुए इस काण्ड का अग्रेतर अनुसंधान प्रारंभ किया गया है। अनुसंधान के क्रम में मनोज कुमार, शैलेश कुमार, तत्कालीन अंचलाधिकारी, बड़गाई, जिला रांची के विरूद्ध साक्ष्य पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई है। अधिक साक्ष्य एकत्रित करने के उद्देश्य से न्यायालय से तलाशी वारंट प्राप्त कर छापेमारी की जा रही है। दोनों पदाधिकारियों के पदस्थापन कार्यालय, एवं निवास स्थान रांची, हजारीबाग, चाईबासा, गिरिडीह मे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की गठित विभिन्न टीम तलाशी की कारवाई कर रही है। तलाशी की कार्रवाई बुधवार की देर शाम तक जारी रही। जमीन घोटाले को लेकर एसीबी की टीम राजधानी रांची, गिरिडीह, हजारीबाग में छापेमारी कर रही है। कार्रवाई में 58 से अधिक पदाधिकारी शामिल है।
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