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सिंगापुर की ‘नानयांग टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में व्याख्याता हैं प्रशांति राम गैर-काल्पनिक कृति का पुरस्कार भारतीय मूल की शुबिगी राव को मिला
सिंगापुर, एजेंसी। सिंगापुर की ‘नानयांग टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में भारतीय मूल की एक व्याख्याता ने अंग्रेजी भाषा में लिखी अपनी लघुकथा ‘नाइन यार्ड साड़ीज के लिए सिंगापुर साहित्य पुरस्कार जीता है। 32 वर्षीय प्रशांति राम की यह पहली रचना 2023 के अंत में प्रकाशित हुई थी। कहानी का ताना बाना सिंगापुर, सिडनी, न्यूयॉर्क और कनेक्टिकट में फैले तमिल ब्राह्मण परिवार की पीढ़ियों के इर्द गिर्द बुना गया है।
प्रशांति ने अपनी रचना को पुरस्कृत किए जाने पर कहा, ‘मुझे बिल्कुल यकीन नहीं हो रहा है। मैं बहुत आभारी हूं कि निर्णय लेने वालों ने “नाइन यार्ड साड़ीज” में खूबियां देखी खासकर तब जब मैंने ये किताब अपने दिवंगत पिता की देखभाल करते हुए लिखी थी। मुझे उम्मीद है कि अधिक से अधिक लेखक लघुकथा लेखन में प्रयोग करेंगे। क्योंकि एक ही रचना में इतने सारे परिप्रेक्ष्यों और संदर्भों में डूबना बहुत आनंददायक होता है।
विक्टोरिया थिएटर में मंगलवार को एक कार्यक्रम में कवि सिरिल वोंग के नेतृत्व वाली तीन सदस्यीय समिति ने कहा कि उनका लेखन बहुत ‘कुशल, आत्मविश्वास से भरा, कभी-कभी हास्यपूर्ण और गहराई से प्रभावित करने वाला है। सर्वश्रेष्ठ अंग्रेजी रचनात्मक गैर-काल्पनिक कृति का पुरस्कार भारतीय मूल की कलाकार शुबिगी राव को मिला, जिनकी ‘पल्प थ्री : एन इंटिमेट इन्वेंटरी ऑफ द बैनिश्ड बुक (2022) बैनिश्ड पुस्तकों पर उनकी तीसरी किस्त थी।
सर्वश्रेष्ठ अंग्रेजी भाषा का पहला पुरस्कार नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के 91 वर्षीय प्रोफेसर एमेरिटस पीटर एलिंगर को मिला। उन्हें ‘डाउन मेमोरी लेन: पीटर एलिंगर मेमॉयर्स (2023) पुस्तक के लिए यह पुरस्कार मिला। इस जीत ने उन्हें सिंगापुर साहित्य पुरस्कार का सबसे उम्रदराज विजेता बना दिया है।
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