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उत्पाद विभाग में सिपाही बहाली के लिए मंगलवार को पलामू के चियांकी हवाईअड्डा केंद्र को छोड़ झारखंड के सभी केंद्रों पर शारीरिक योग्यता परीक्षा के तहत दौड़ फिर शुरू हुई। दौड़ के दौरान राज्य के दो केंद्रों पर आठ अभ्यर्थी बेहोश हो गए। इनमें गिरिडीह पुलिस केंद्र पर चार और साहिबगंज में जैप-नौ ग्राउंड में चार अभ्यर्थी बेहोश हो गए।
फिर से दौड़ शुरू होने पर आठ अभ्यर्थी बेहोश
साहिबगंज केंद्र पर बेहोश चार अभ्यर्थियों में कोडरमा के सोहैल अंसारी, भोजपुर के रूपेश प्रसाद, गोड्डा के अरविंद ठाकुर और कोडरमा के ब्रजेश कुमार शामिल है। सभी का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। गिरिडीह केंद्र के बेहोश अभ्यर्थियों का भी इलाज चह रहा है।बता दें कि इससे पहले हुई दौड़ में मौत और बेहोशी की सूचना मिलने के बाद राज्य सरकार ने शारीरिक परीक्षा को कुछ दिनों के लिए टाल दिया था।
मंगलवार से फिर परीक्षा शुरू हुई। इस बार भी रांची में दो केंद्र स्मार्ट सिटी और झारखंड जगुआर के अलावा गिरिडीह में पुलिस केंद्र, हजारीबाग में जेएपीटीसी पदमा, जमशेदपुर में सीटीसी मुसाबनी और साहिबगंज में जैप ग्राउंड में परीक्षा ली जा रही है। वहीं मौतें अधिक होने के कारण पलामू के चियांकी केंद्र की परीक्षा अन्य केंद्रों पर लेने का निर्देश दिया गया था। इस बार प्रतिदिन प्रति केंद्र पर छह हजार की जगह मात्र तीन हजार अभ्यर्थियों को ही बुलाया गया था। दौड़ नौ बजे सुबह तक खत्म भी कर दी गई। इस बीच पुलिस जवान अभ्यर्थियों पर पैनी नजर रखे हुए थे। केंद्र पर अभ्यर्थियो के बीच पहली बार फल का वितरण किया गया। वही मेडिकल की टीम केंद्र पर मुश्तैद रही।
एक की किडनी हुई खराब
चान्हो थाना क्षेत्र के सुकुरहुट्टू गांव निवासी 26 वर्षीय सुमित उरांव को भगवान महावीर मेडिका सुपरस्पेलिटी अस्पताल रांची में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों के अनुसार उसकी किडनी खराब हो गई है। परिजनों ने बताया कि सुमित 25 अगस्त को गिरिडीह जिले की पुलिस लाइन में उत्पाद सिपाही भर्ती के लिए आयोजित दौड़ में भाग लेने गया था। दौड़ने के बाद तबीयत बिगड़ी तो उसके दोस्त रांची लेकर आए थे। सुमित को लेकर घर पहुंचे। घर में तीन-चार दिन तक आराम करने के बाद भी उसकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ और दोनों पैर फूलने लगे। वहीं पेशाब में परेशानी होने लगी और पूरा शरीर काला पड़ने लगा। इसके बाद परिजन उसे रांची के मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी है।
पिता हैं किसान
सुमित के पिता सुका उरांव एक किसान हैं और खेतीबारी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। दो भाइयों और एक बहन में सुमित सबसे बड़ा है। मांडर कॉलेज से पढ़ाई करने के साथ खेतीबारी में वह अपने पिता की मदद करता है।
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