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सभा को संबोधित करते सुखविंद्र सिंह मांढी
चरखी दादरी जिले के बाढ़ड़ा विधानसभा से भाजपा का टिकट कटने से खफा पूर्व विधायक एवं भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने उसी पल पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देकर पार्टी को अलविदा कह दिया था। भाजपा को छोड़ चुके बागी नेता अब पूरी तरह से खुलकर बगावत पर उ
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इसके लिए उन्होंने बीती शाम गांव मांढी में फार्म हाउस पर भाईचारा पंचायत बुलाई जिसमें काफी संख्या में क्षेत्र के लोगों के अलावा पूर्व विधायक एवं कांग्रेसी नेता उनके चाचा नृपेंद्र सिंह मांढी भी मौजूद रहे। भाईचारा पंचायत में सुखविंद्र मांढी ने टिकट कटने की टिस जाहिर करते हुए, वहां मौजूद लोगों से आह्वान किया कि वे टिकट ही मान लेंगे बस भाजपा ने जिस प्रत्याशी को उम्मीदवार बनाया है उसे हराकर दिखा दो।
पूरे परिवार का रहा है राजनीति से जुड़ाव
पंचायत में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक सुखविंद्र सिंह मांढी ने कहा कि उनके दादा स्वर्गीय चौधरी अत्तर सिंह 1952 से राजनीति से सक्रिय रहे। उन्होंने बाढ़ड़ा से कई चुनाव लड़े और वे प्रदेश के मंत्री भी रहे। उनके बाद परिवार के दूसरे लोगों ने उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया और उनके चाचा नृपेंद्र सिंह मांढी भी बाढ़ड़ा से विधायक बने। उनके बाद वे स्वयं 2014 में बाढ़ड़ा से विधायक बने।
टिकट छीनकर किया अपमान
मांढी ने कहा कि बीते 10 सालों तक मैंने पार्टी में निष्ठापूर्वक कार्य किया लेकिन उनकी अनदेखी की गई। जिसके चलते उन्होंने पार्टी छोड़ने जैसा कठोर निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी ने बाढ़ड़ा के मुख्य चौक पर राजनीतिक घराने से टिकट छीनने की बात बोलकर उनके परिवार के साथ-साथ क्षेत्र के लोगों का अपमान किया है जिसे वे किसी भी कीमत पर नहीं सहेंगे।
भाईचारा पंचायत में मौजूद लोग
भाजपा प्रत्याशी पर कसा तंज
इस दौरान उन्होंने शायराना अंदाज में कई बार भाजपा प्रत्याशी पर तंज कसे। पंचायत में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों से उन्होंने कहा कि वे मेरी टिकट पार्टी के पास आप लोगों के पास है और मैं टिकट ही मिली समझ लूंगा बस एक बार भाजपा प्रत्याशी को हरा दो। उन्होंने पंचायत के माध्यम से अपनी बगावत को बुलंद करते हुए भाजपा प्रत्याशी को हराने का ऐलान कर दिया है।
कांग्रेसी नेता नृपेंद्र रहे मौजूद
मांढी हरिया में फार्म हाउस पर आयोजित पंचायत में पूर्व विधायक एवं कांग्रेसी नेता नृपेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। नृपेंद्र सिंह बाढ़ड़ा विधान सभा से कांग्रेस की टिकट पर दावेदारी पेश कर रहे हैं और सुखविंद्र सिंह मांढी के चाचा है। उन्होंने भी पंचायत के दौरान भाजपा नेता उमेद पातुवास द्वारा राज घराने से टिकट छीनने की बात पर रोष जताया साथ ही भाईचारे से धैर्य रखकर लड़ाई लड़ने की बात कही।
सुखविंद्र मांढी ने बीते दो चुनाव लड़े हैं:सुखविंद्र मांढी ने बाढ़ड़ा विधानसभा से 2014 व 2019 के चुनाव लड़े हैं। 2014 चुनाव में उन्होंने कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार रणबीर सिंह महेंद्रा को हराया था। वहीं 2019 विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बाद में भाजपा ने उन्हें किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
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