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नई दिल्ली: वक्फ संशोधन बिल पर विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने भड़काऊ बयान वाला एक वीडियो जारी किया है. जाकिर नाइक ने वीडियो जारी कर मुसलमानों को भड़कान की कोशिश की है. उसने कहा कि मौजूदा सरकार पहले की तरह ताकतवर नहीं है, विपक्ष भी इस बार मजबूत है, लिहाजा मुसलमानों को अपने हक की लड़ाई लड़नी चाहिए और इस बिल को खारिज करना चाहिए. जाकिर नाइक ने कहा कि ये सरकार मुसलमानों की संपत्ति हड़पना चाहती है. वक्फ की संपत्ति पर केवल मुसलमानों का हक है. गैर मुसलमानों को इसके इस्तेमाल की इजाजत नहीं है.
जाकिर नाइक यहीं नहीं रुका. उसने कहा कि भारतीय मुसलमानों को इस बुराई को रोकने के लिए आगे आना होगा. जाकिर नाइक ने दावा किया कि वक्फ संशोधन बिल वक्फ की पवित्र स्थिति का उल्लंघन करती है, और इस्लामी संस्थानों के भविष्य पर बुरा प्रभाव डालती है. जाकिर नाइक ने भारतीय मुसलमानों से कहा कि अगर यह विधेयक पारित हो गया तो हमें और हमारी आने वाली पीढ़ियों को खुदा के कहर का सामना करना पड़ेगा.
नाइक ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल को रोकने के लिए कम से कम 50 लाख मुसलमानों के साथ की जरूरत है. उसने एक लिंक जारी करते हुए मुसलमानों से कहा है कि इस QR कोड को स्कैन करके अपना रिजेक्शन भेजें. इसके जरिए वक्फ बिल पर अपनी अस्वीकृति संयुक्त संसदीय समिति को भेजी जा सकती है. चलिए सबसे पहले जानते हैं कि आखिर यह जाकिर नाइक कौन है, जो भारत के मुसलमानों को भड़का रहा है और सरकार के खिलाफ जहर उगल रहा है.
जाकिर नाइक कौन है?
– भारत में वॉन्टेड है जाकिर नाइक.
– भारत में जाकिर नाइक के खिलाफ कई केस दर्ज हैं.
– आतंकी मामलों में शामिल होने समेत कई आरोप.
– 2017 में भारत छोड़कर मलेशिया भाग गया था.
– 2017 में NIA ने जाकिर नाइक पर चार्जशीट दायर की.
– 2019 में ED ने भी जाकिर नाइक पर चार्जशीट लगाई.
– गृह मंत्रालय ने जाकिर नाइक की संस्था IRF पर बैन लगाया.
केंद्रीय मंत्री ने लगाई फटकार
वक्फ बोर्ड संशोधन बिल के खिलाफ मुस्लिम संगठन लामबंद हो रहे हैं. इस बिल के खिलाफ मुस्लिम संगठनों की तरफ से समाज के लोगों बरगलाने की कोशिश भी की जा रही है. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने जाकिर नाइक को फटकार लगाई और कहा कि भारत के मुसलमानों को गुमराह करना बंद करो. वीडियो केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने अपने पोस्ट में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल के खिलाफ मुसलमानों को गुमराह नहीं करने की अपील की है. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और लोगों को अपनी राय रखने का अधिकार है. झूठे प्रचार से गलत सूचनाओं को बढ़ावा मिलेगा.
वक्फ संशोधन बिल पर विवाद क्यों छिड़ा है? चलिए एक नजर मारते हैं
– संपत्ति के मामले में तीसरे नंबर पर वक्फ बोर्ड
– रेलवे और रक्षा विभाग के बाद सबसे ज्यादा संपत्ति वक्फ बोर्ड के पास
– बिना दस्तावेज किसी भी संपत्ति पर दावा कर सकता है.
– वक्फ बोर्ड की संपत्ति बेचने पर भी रोक है.
– वक्फ बोर्ड को लेकर पहला कानून 1954 में बना.
– 1995 और 2013 में कुछ संशोधन किए गए
– इन संशोधनों में वक्फ बोर्ड को असीमित अधिकार दिए
– वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को लेकर शिकायतें बढ़ गईं
– वक्फ संशोधन बिल के तहत 40 बदलाव
– वक्फ बोर्ड के कामों में पारदर्शिता लाने की कोशिश
वक्फ संशोधन बिल के जरिए क्या क्या बदलाव किए जा रहे हैं?
-मोदी सरकार वक्फ संशोधन बिल लाई
– वक्फ बोर्ड की मनमानियों को रोकना मकसद
– वक्फ बोर्ड के काम में पारदर्शिता लाना मकसद
– वक्फ संशोधन बिल के तहत 40 बदलाव
– नई संपत्ति का रेजिस्ट्रेशन और वेरिफ़िकेशन ज़रूरी
– नई संपत्ति पर दावे के लिए पर्याप्त दस्तावेज़ ज़रूरी
– वक्फ ट्रिब्यूनल के फ़ैसले को कोर्ट में दी जा सकेगी चुनौती
Tags: Delhi Waqf Board, Indian Muslims, Waqf Board, World news
FIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 14:52 IST
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