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शब्द: 421 – पश्चिम बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा, अब तक 23 लोगों की मौत हुई
कोलकाता, एजेंसी
आरजी कर अस्पताल मामले में न्याय की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल और विरोध प्रदर्शन के कारण पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं महीनेभर से अधिक समय से बाधित हैं। पश्चिम बंगाल सरकार ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय से कहा कि चिकित्सकों के विरोध प्रदर्शन के बीच 23 लोगों की मौत हुई है।
उच्चतम न्यायालय ने विरोध प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों को मंगलवार शाम पांच बजे तक काम पर लौटने का निर्देश देते हुए कहा कि कामकाज फिर से शुरू करने पर उनके खिलाफ कोई विपरीत कार्रवाई नहीं की जाएगी।
प्रदर्शन में शामिल एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, एक माह से ज्यादा समय बीत गया है और जांच किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। पीड़िता को न्याय कब मिलेगा? क्या आपको लगता है कि हम लोगों के साथ अन्याय कर रहे हैं? हम काम बंद नहीं करना चाहते, लेकिन जब तक न्याय नहीं मिल जाता हम ड्यूटी पर नहीं लौटेंगे।
आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर ने मिलकर एक टेलीमेडिसिन सेवा ‘अभय क्लीनिक’ शुरू किया है जिसके माध्यम से उन्होंने मरीजों की देखभाल शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, हम नहीं चाहते कि हमारे काम बंद करने से गरीब मरीजों को परेशानी हो। लेकिन हमारी मांगें स्पष्ट हैं, आप हमें न्याय दें और हम काम पर लौट आएंगे। याद रखें कि आप जितनी देरी करेंगे, हमारे आंदोलन की उग्रता बढ़ती जाएगी।
पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के अनुसार, 31 अगस्त को शुरू होने के बाद से उनकी ‘वर्चुअल टेलीमेडिसिन’ सेवा के माध्यम से हजारों मरीजों का इलाज किया जा चुका है। जूनियर डॉक्टर की अनुपस्थिति में उनके वरिष्ठ समकक्ष और प्रोफेसर बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) के साथ-साथ अन्य विभागों में मरीजों को देख रहे हैं।
जूनियर डॉक्टर कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल को हटाने की मांग कर रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि आईपीएस अधिकारी महिला चिकित्सक से बलात्कार और हत्या मामले के मद्देनजर अपना कर्तव्य निभाने में विफल रहे।
हालांकि, राज्य स्वास्थ्य विभाग हड़ताल के कारण इलाज में देरी के चलते कथित तौर पर जान गंवाने वाले मरीजों की सटीक संख्या बताने को तैयार नहीं है, लेकिन यह दावा किया गया है कि समाज का गरीब और हाशिए पर रहने वाला वर्ग इससे काफी प्रभावित हुआ है। नाम न बताने की शर्त पर राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि मरीजों की मौत की खबरें थीं, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ये प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जूनियर डॉक्टर द्वारा काम बंद करने के कारण हुई हैं।
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