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Haryana Assembly Polls: रेलवे ने सोमवार को पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के इस्तीफे स्वीकार कर लिए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सोमवार को जारी अलग-अलग नोटिस में उत्तर रेलवे ने कहा कि छह सितंबर को दिए गए उनके इस्तीफे को सक्षम प्राधिकारी द्वारा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया गया है। पूनिया और फोगाट दोनों हाल में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। फोगाट को जुलाना निर्वाचन क्षेत्र से हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी की ओर से टिकट दिया गया है। उत्तर रेलवे ने दोनों के मामलों में तीन महीने की नोटिस अवधि के प्रावधान में ढील दी। ऐसी अटकलें थीं कि नोटिस अवधि के मानदंड के मद्देनजर फोगाट संभवत: चुनाव नहीं लड़ पाएंगी। लेकिन रेलवे से छूट मिलने के बाद अब उनके चुनाव लड़ने की बाधा दूर हो चुकी है।
गौरतलब है कि चुनाव नियमों के अनुसार, हरियाणा में पांच अक्टूबर को होने वाला विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उन्हें रेलवे से आधिकारिक रूप से मुक्त होना था। अब, चूंकि रेलवे ने दोनों ओलंपिक खिलाड़ियों को उनकी सेवा से मुक्त कर दिया है, इसलिए फोगाट चुनाव लड़ सकती हैं। कांग्रेस में शामिल होने से पहले पार्टी नेता राहुल गांधी से मुलाकात के बाद उत्तर रेलवे ने फोगाट तथा पूनिया को नोटिस जारी किया था। उत्तर रेलवे ने कहा था कि ‘कारण बताओ’ नोटिस सेवा के नियमों के तहत दिया गया क्योंकि वे दोनों सरकारी कर्मचारी थे। नोटिस के बाद दोनों ने रेलवे से इस्तीफा दे दिया था।
बता दें कि विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में फाइनल में पहुंचने के बावजूद मेडल से चूक गई थीं। फाइनल मुकाबले से पहले उनका वजन 100 ग्राम बढ़ा हुआ पाया गया था। इसके बाद विनेश को डिसक्वॉलीफाई कर दिया गया था। इसको लेकर विवाद भी खूब हुआ था। बाद में विनेश से कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया था। देश वापस आने के बाद विनेश को रिसीव करने के लिए हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपेंदर हूडा पहुंचे थे। इसके बाद ही कयास लगने लगे थे कि विनेश सियासी दिशा में आगे बढ़ सकती हैं। विनेश शंभू बॉर्डर पर किसानों से भी मिलने पहुंची थीं। बाद में विनेश और बजरंग पूनिया ने कांग्रेस ज्वॉइन कर लिया।
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