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सीहोर जिले में स्थित इछावर क्षेत्र के खेरी गांव से 6 किलोमीटर दूर भाटिया देव स्थान है। जहां विंध्याचल पर्वत श्रृंखला में बारिश के इस मौसम कई जगह मनोरम-मनोहारी दृश्य देखने को मिलता है। साथ ही बारिश से कई स्थानों पर पर्वत से जंगल में बड़े-बड़े झरने बहन
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बता दें की इछावर क्षेत्र का भाटिया देव का झरने 25 फीट ऊंचाई से गिरते हैं, जो पर्यटकों के लिए हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहे हैं। ये प्राकृतिक स्थलों की सुंदरता को दर्शाते हैं और शांति-सुकून का अनुभव प्रदान करते हैं। पर्यटक इन झरनों की सुंदरता को देखने और प्रकृति के करीब समय बिताने के लिए अक्सर यहां आते हैं।
इस मानसून का समय विशेष रूप से इन झरनों की सुंदरता को देखने के लिए सबसे अच्छा होता है। जब पानी की धारा अधिक होती है और चारों ओर हरियाली छाई रहती है। ऊंचाई से गिरते झरने का पानी दूधिया नजर आता है। लोग झरने की खूबसूरती को देखने और प्रकृति का आनंद लेने यहां पहुंचते हैं। इसी के साथ यहां पर्यटकों की संख्या बड़ जाती है।
झरने में नहाते हुए लोग
बड़ी संख्या में पहुंचते हैं लोग
सीहोर जिले के आष्टा, नसरुल्लागंज, इछावर, बुधनी सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों से स्थानीय लोग प्रतिदिन यहां पहुंच कर भरपूर आनंद उठाते है। साथ ही यह स्थान खतरे से खाली नहीं है। कभी भी कुछ भी हो सकता है। ऐसे में मानसून में यहां आने वाले पर्यटकों को सुरक्षा को बेहद ध्यान रखना होगा। वरना कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
झरने पर सुरक्षा के नहीं हैं इंतजाम
सुरक्षा व्यवस्था के नहीं है इंतजाम
भाटिया देव झरने के पास बड़ी तादात में ग्रामीण क्षेत्र से नवयुवकों की टीम प्रतिदिन यहां पहुंचती है। साथ ही इस झरने का लुप्त उठाती है। लेकिन इस झरने के पास सुरक्षा व्यवस्था के कोई इंतजाम नहीं है। जिससे यहां कभी भी किसी भी समय कोई हादसा हो सकता है। इसके बावजूद भी प्रशासन का इस और कोई ध्यान नहीं है।
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