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शब्द : 454 -कोलकाता में जगह-जगह प्रदर्शन, पूर्व छात्रों समेत आम लोग न्याय की मांग के लिए उतरे
कोलकाता, एजेंसी
कोलकाता स्थित आरजी कर अस्पताल में एक महिला प्रशिक्षु से कथित दुष्कर्म और उसकी हत्या की घटना के विरोध में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के पूर्व छात्र, मिट्टी के सामान बनाने वाले, रिक्शा चालक और कनिष्ठ चिकित्सकों समेत विभिन्न क्षेत्रों के लोग रविवार को अलग-अलग तरीके से शहर की सड़कों पर उतरे। महिला प्रशिक्षु की मां ने सभी दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि पहले उनकी एक बच्ची थी है और अब सभी प्रदर्शनकारी चिकित्सक उनके बच्चे हैं।
दक्षिण कोलकाता में 40 से अधिक स्कूल के लगभग चार हजार पूर्व छात्र न्याय की मांग को लेकर दो किलोमीटर पैदल चले। इन प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल रहीं। विभिन्न आयु वर्ग के पूर्व छात्रों ने ‘हमें न्याय चाहिए’ के नारे लगाते हुए गरियाहाट से रास बिहारी एवेन्यू होते हुए श्यामाप्रसाद मुखर्जी रोड चौराहे तक मार्च किया।
प्रदर्शन की प्रमुख आयोजक गरिमा घोष ने कहा, ‘हम अभया (पीड़िता का प्रतीकात्मक नाम) पर हुए क्रूर हमले और उसकी हत्या में शामिल सभी लोगों को सजा देने की मुख्य मांग के अलावा सभी कार्यस्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा की मांग करते हैं।
मिट्टी के बर्तन बनाने वाले भी शामिल :
एक अन्य रैली में मिट्टी के बर्तन बनाने वालों ने उत्तर कोलकाता में कुमारतुली से रवींद्र सरणी से होते हुए श्यामबाजार पंचकोणीय चौराहे तक रैली निकाली, जिसमें देवी दुर्गा की वेशभूषा में सजी एक लड़की ने रैली का नेतृत्व किया। प्रदर्शनकारियों ने घटना की शीघ्र जांच करने और न्याय की मांग करने वाली तख्तियां थाम रखी थीं। मूर्तिकार सनातन डिंडा और गायिका लग्नजीता भी रैली में शामिल हुईं।
रिक्शों के साथ रैली :
उत्तरी कोलकाता में हेदुआ पार्क से कॉलेज स्क्वायर तक करीब 100 लोगों ने हाथ से खींचे जाने वाले रिक्शों के साथ रैली निकाली। बिहार के दरभंगा के मूल निवासी रिक्शा चालक रमेशवा शॉ ने कहा, हम अभया के लिए न्याय की मांग करते हैं – जो हमारी बेटी है।
सरकारी एनआरएस अस्पताल के सैकड़ों कनिष्ठ चिकित्सकों ने सियालदह से शहर के बीचों-बीच स्थित एस्प्लेनेड तक रैली निकाली जहां पीड़िता के माता-पिता भी मौजूद थे। पीड़िता की मां ने कहा, मैं जब भी उस रात मेरी बेटी द्वारा झेली गई पीड़ा के बारे में सोचती हूं, तो मैं सिहर उठती हूं। उसका सपना समाज की सेवा करना था, अब ये सभी प्रदर्शनकारी मेरे बच्चे हैं।
मानव श्रंखला बनाई :
प्रदर्शन का 10 अगस्त से केंद्र रहे आरजी कर अस्पताल के सैकड़ों जूनियर डॉक्टरों ने शाम पांच बजे मानव श्रृंखला बनाई और तिरंगा थामकर राष्ट्रगान गाया। अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की मांग को लेकर इन चिकित्सकों ने ‘काम बंद’ कर दिया है लेकिन वे मुफ्त ऑनलाइन चिकित्सकीय सेवाएं दे रहे हैं।
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