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भव्य बिश्नोई के नामांकन पोस्टर पर नहीं लगा है पूर्व सीएम मनोहर लाल का फोटो।
हरियाणा में भजन लाल परिवार ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर से पूरी तरह किनारा कर लिया है। इस बार भजन लाल के पोते भव्य बिश्नोई ने नामांकन कार्यक्रम के पोस्टरों पर पूर्व सीएम मनोहर लाल की फोटो तक नहीं लगाई है।
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भव्य ने अपने नामांकन पोस्टर पर खट्टर को छोड़कर बाकी सभी को जगह दी है। इस पोस्टर पर न सिर्फ पूर्व सीएम भजन लाल, पिता कुलदीप बिश्नोई की फोटो लगाई गई है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश सह प्रभारी सतीश पूनिया, बिप्लब देब, मुख्यमंत्री नायब सैनी, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और यहां तक कि जिला अध्यक्ष अशोक सैनी की भी फोटो लगाई गई है, लेकिन मनोहर लाल को जगह नहीं दी गई है।
इसकी वजह पूर्व सीएम मनोहर लाल का वह बयान है जो उन्होंने स्वर्गीय भजन लाल को लेकर दिया था। बताया जा रहा है कि बिश्नोई परिवार खट्टर के हिसार में चौधरी भजन लाल पर दिए गए बयान से असहज है।
इस बयान का असर यह हुआ कि बिश्नोई समाज के इलाकों में भाजपा बुरी तरह हारी। बिश्नोई परिवार के गढ़ आदमपुर में भी भाजपा पिछड़ गई। बिश्नोई परिवार को डर है कि खट्टर की फोटो लगाने पर बिश्नोई समुदाय उनसे नाराज हो सकता है।
जन्माष्टमी पर्व पर भी नहीं बुलाया बिश्नोई परिवार ने 26 अगस्त को होने वाले जन्माष्टमी कार्यक्रम के लिए भी खट्टर को निमंत्रण नहीं भेजा। पिछली बार मनोहर लाल जन्माष्टमी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। लेकिन इस बार मौजूदा सीएम नायब सैनी को आमंत्रित किया गया। खट्टर ने एक साल पहले खुद बिश्नोई मंदिर में चौधरी भजनलाल की प्रतिमा का अनावरण किया था।
यह बनी नाराजगी की वजह वरिष्ठ भाजपा नेता, केंद्रीय मंत्री और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर 10 अप्रैल 2024 को भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला के प्रचार के लिए हिसार आए थे। कैमरी गांव में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मनोहर लाल ने मंच से कुछ किस्से सुनाए जो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्रियों से जुड़े थे।
मनोहर लाल ने कहा- मैं आपको एक पुराना किस्सा सुना रहा हूं। हालांकि, इसमें शामिल नेता का नाम नहीं बताऊंगा। इसी इलाके (हिसार जिले) का एक व्यक्ति चंडीगढ़ में उनके नेता के पास गया और शिकायत की कि गांव के पटवारी ने फर्द (भूमि रिकॉर्ड की नकल) जारी करने के लिए उससे 100 रुपए की रिश्वत ली है।
मनोहर लाल के मुताबिक, इस पर नेता ने उस व्यक्ति से पूछा कि चंडीगढ़ आने में उसे कितना खर्चा आया? तो उसने कहा कि चंडीगढ़ आने में उसे 200 रुपए खर्चा आया और 2 दिन भी बर्बाद हुए। यह सुनकर नेता ने उस व्यक्ति को डांटा और कहा कि जब उसने कम पैसे देकर अपना काम करवा लिया तो चंडीगढ़ आने में 200 रुपए क्यों बर्बाद किए? इस कहानी को पूरा करते हुए खट्टर ने आगे कहा कि पहले हरियाणा के नेताओं की मानसिकता ऐसी ही थी।
बिश्नोई परिवार का मानना है कि जिस नेता की कहानी खट्टर ने सुनाई वह पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल थे। इसी बात को लेकर बिश्नोई परिवार नाराज है।
पूर्व सीएम मनोहर लाल और कुलदीप बिश्नोई।
आदमपुर में पिछड़ी भाजपा 56 साल से भजनलाल परिवार का अभेद किला कहे जाने वाले आदमपुर में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। भजनलाल 1968 में पहली बार इस सीट से विधायक बने थे। तब से लेकर अब तक हुए सभी चुनावों में भजनलाल परिवार आदमपुर से जीतता आ रहा है।
स्वर्गीय भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई भाजपा में हैं और उनके बेटे भव्य बिश्नोई 2022 में भाजपा के टिकट पर यहां से विधायक चुने गए। हालांकि, इस बार भजनलाल परिवार का कोई सदस्य इस सीट से उम्मीदवार नहीं था, लेकिन भाजपा के समर्थन में वोट देने की अपील जरूर की गई।
इसके बाद भी हिसार से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार रणजीत चौटाला को आदमपुर में सिर्फ 53156 वोट मिले। जबकि, कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी 59544 वोट हासिल करने में कामयाब रहे। इस तरह आदमपुर में जयप्रकाश जेपी ने 6384 वोटों की बढ़त बना ली।
खट्टर ने किए वादे पूरे नहीं किए मनोहर लाल खट्टर पिछले साल जन्माष्टमी पर हिसार के बिश्नोई मंदिर में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। भजन लाल के बाद मनोहर लाल दूसरे सीएम थे जो बिश्नोई मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। मनोहर लाल ने पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजन लाल की प्रतिमा का अनावरण भी किया था।
खट्टर ने तब कहा था कि रेलवे स्टेशन का नाम भी पूर्व सीएम भजन लाल के नाम पर रखा जाएगा और इसके लिए वे रेलवे विभाग को पत्र लिखेंगे। इसके अलावा हिसार में मटका चौक का नाम चौधरी भजन लाल के नाम पर रखने की घोषणा की थी। लेकिन ये दोनों घोषणाएं आज तक पूरी नहीं हो सकीं।
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