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मध्य प्रदेश से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। गुना के राघौगढ़ में कुल्हाड़ी मारकर पिता-पुत्र की हत्या कर दी गई है। दोनों शुक्रवार शाम से लापता थे। उनके शव शनिवार आईटीआई के पीछे मक्के के खेत में पड़े मिले। इसके बाद परिजनों ने अन्य लोगों के साथ नेशनल हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। सूचना पर एएसपी मान सिंह ठाकुर, चांचौड़ा एसडीओपी दिव्या राजावत सहित पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और समझाया जिसके कुछ समय बाद ग्रामीणों ने जाम खोला। राघौगढ़ थाना प्रभारी टीआई जुबैर खान ने बताया कि दो लोगों की हत्या हुई है। पुलिस जांच कर रही है।
राघौगढ़ के वार्ड 3 के रहने वाले प्रभुलाल और उनका बेटा लक्ष्मीनारायण बकरी चराने गए हुए थे। तलाश करने के बाद शुक्रवार देर रात परिजन ने दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट राघौगढ़ थाने में दर्ज कराई थी। पिता-पुत्र 15 बकरियां लेकर उन्हें चराने गए थे।सभी बकरियां भी गायब हैं। घटना के बाद एक गाड़ी उधर जाती हुई देखी और 10 मिनट बाद वापस जाती हुई देखी गई। इसी से अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद इसी गाड़ी में बकरियां भर कर ले जाई गई हैं और चोरी के उद्देश्य से ही दोनों की हत्या की गई है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि पूरा मामला बकरी चोरी से जुड़ा है। सीसीटीवी कैमरे में एक चारपहिया वाहन नजर आया है, जिसमें बकरी भरकर ले जाई गई हैं। तीन संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए उठाया गया है। इसके बाद पुलिस घटना वाली जगह पहुंची, जहां के चौकीदार ने पहले तो पुलिस को गुमराह किया, लेकिन सख्ती बरतने पर खेत में लाशें होने की बात कही। इसके बाद शवों को बरामद किया गया। वहीं गुना के पुलिस अधीक्षक संजीव सिन्हा का कहना है कि मृतकों में पिता का शव खेत में गढ़ा मिला, जबकि बेटे का शव झाड़ियों में छिपाया गया था। बकरी चोरी के बाद पहचान उजागर न हो इसलिए हत्या की गई। आरोपितों की संख्या चार हो सकती है।
वहीं इस घटना के बाद आज नागरिक राघौगढ़ बंद है है। उधर, प्रशासन भी मुस्तैद है। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स राघौगढ़ में तैनात कि गई है। पूर्व CM दिग्विजय सिंह ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। पूर्व CM दिग्विजय सिंह ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने X पर लिखा – मेरे गृह नगर राघौगढ़ में केवट समाज के दो गरीब लोगों की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। वे बकरी पाल कर जीवन निर्वाह करते थे। उनकी बकरियां ट्रक में भर कर ले गए। अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण है। कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। अपराधियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। मैं पीड़ित परिवार के साथ हूं। शासन को पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता राशि देना चाहिए।
रिपोर्ट- अमित कुमार
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