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मध्य प्रदेश के हरदा में एक अजब गजब मामला सामने आया है। यहां परिवार ने जिसको मृत बताया वह 11 साल बाद किन्नर की टोली में किन्नर रूप में दिल्ली में मिला। हरदा पुलिस युवक को दिल्ली से ढूंढकर हरदा लेकर पहुंची और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि सात साल पहले युवक के मर्डर के मामले में पांच लोगों पर हत्या कर शव छिपाने का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में मृतक नहीं मिलने से केस को खत्म करने के लिए कोर्ट मे अर्जी लगाई थी।
हरदा जिले के रहटगांव थाना क्षेत्र का रहने वाला 28 वर्षीय युवक जुलाई 2013 से लापता था। हर जगह तलाश के बाद भी जब युवक नहीं मिला तो उसके परिजनों ने कोर्ट में याचिका दायर कर पांच लोगों के खिलाफ उसकी हत्या करने की शिकायत की थी। इसके बाद रहटगांव थाने में पांचों आरोपियों के खिलाफ 302,201,506 एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। काफी तलाश के बाद भी पुलिस को जब युवक नहीं मिला तो पुलिस ने यह मामला बंद करने को लेकर कोर्ट में अर्जी लगाई थी।
इसके बाद मृतक के पिता ने पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट न होने पर फरवरी 2021 में खात्मा अस्वीकृत कर दोबारा जांच की मांग की थी। इसके बाद 2023 में पुनः मामला खोलकर मामले की जांच शुरू की गई। पुलिस ने जांच में पाया कि युवक की गतिविधि किन्नर की तरह होने से लोग उसे चिढ़ाते थे और उसका मजाक बनाते थे।
जुलाई 2013 में हुई थी गुमशुदगी दर्ज
जुलाई 2013 में गुमशुदगी दर्ज कर राजसिंह (परिवर्तित नाम) की तलाश शुरू की गई। तलाश 11 साल बाद खत्म हुई। गांव के ही पांच ग्रामीणों पर युवक की हत्या कर साक्ष्य मिटाकर शव को छुपाने और जान से मारने की धमकी देने के संबंध में धारा 302, 201, 506 भादवि व 3 (2) (वी) एससी/एसटी एक्ट का मामला दर्ज कर परिवाद विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था। न्यायालय ने अगस्त 2017 में निर्णय जारी कर परिवाद में आए तथ्यों के अनुसार प्रकरण कायम कर जांच के निर्देश दिए। जब गुमशुदा की हत्या संबंधी कोई सबूत नहीं मिला तो अगस्त 2019 में मामला बंद किया गया।
पुलिस जांच में मिला
पुलिस ने दोबारा मामले की जांच की तो मामला दिल्ली तक पहुंच गया। सच्चाई पता करने के लिए पुलिस भी दिल्ली पहुंची। तब पुलिस को पता चला कि मृत बताया जा रहा युवक राज सिंह दिल्ली में किन्नरों के बीच रहता है। वह स्थानीय लोगों से परेशान होकर घर छोड़कर दिल्ली चला गया था। पुलिस ने युवक वंहा से लाकर उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
एसडीओपी आकांक्षा तलया ने बताया कि सितंबर 2023 में उन्हें इस प्रकरण की जांच मिली। जांच में गुमशुदा के स्वजन, ग्रामवासियों और संदेहियों से दोबारा पूछताछ की पर कामयाबी नहीं मिली। लोगों से पूछताछ में जब यह पता चला कि गुमशुदा का रहन-सहन और बात करने का तरीका किन्नर जैसा था। इस कारण गांव में लोग उसे चिढ़ाते भी थे, इसके बाद जांच को एक नई दिशा मिली। पुलिस अधीक्षक अभिनव चौकसे ने बताया कि हरदा सहित आसपास जिलों की किन्नर टोलियों से गुमशुदा के फोटो और पर्चे दिखाकर पूछताछ की तो पुलिस को पता चला कि गुमशुदा जीवित है और दिल्ली और पंजाब के अलग अलग क्षेत्रों में किन्नर के रूप मे रहकर जीवन यापन कर रहा है। इसके बाद पुलिस की एक टीम दिल्ली पहुंची और गुमशुदा को लेकर हरदा पहुंची। युवक ने पुलिस से मीडिया में उसकी असली पहचान उजागर न करने की मांग की। इस कारण पुलिस ने प्रेसवार्ता में परिवर्तित नाम बताया।
रिपोर्ट विजेन्द्र यादव
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