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तालाब में डूबने से अधिवक्ता की हुई मौत
बोकारो जिला अधिवक्ता संघ के नियमित सदस्य सुरजीत मुखर्जी का तालाब में डूबने से मौत हो गई। अधिवक्ता सुरजीत मुखर्जी के निधन पर बोकारो कोर्ट परिसर में शोक सभा का आयोजन किया गया। उनके सम्मान में अधिवक्ताओं ने कोर्ट में न्यायिक कार्य से अपने आप को अलग रखा।
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अधिवक्ता सुरजीत मुखर्जी E No. JH600/2013, पिता हरिभजन मुखर्जी का निधन हो गया । वे बोकारो कोर्ट में 2013 से विधि व्यवसाय कर रहे थे। वे 40 वर्ष के थे। वे अपने पीछे एक बेटा, पत्नी और माता पिता को छोड़ गए। ये मूलतः कसमार ब्लॉक के सुरजुडीह के रहने वाले थे। स्व मुखर्जी के आकस्मिक निधन पर इंडियन एसोसिएशन ऑफ लॉयर्स द्वारा एक शोक सभा का आयोजन कर अधिवक्ताओं ने शोक जताया है।
शोक सभा में शामिल हुए कई
इंडियन एसोसियेशन ऑफ़ लॉयर्स द्वारा आहूत श्रद्धांजलि सभा में अधिवक्ता अतुल कुमार, राज श्री, संजीव ओझा, अखिलेश कुमार, संजीत कुमार सिंह, मो. हसनैन आलम, दीपिका सिंह, शंकर दे, संजय कुमार प्रसाद, फटिक चंद्र सिंह, रंजन कुमार मिश्रा, कमल कुमार सिन्हा, वंशिका सहाय, सुकमती हेसा, बबिता कुमारी, सुनील चांडक, बिभू चट्टोपाध्याय, दीप्ति सिंह, रीना कुमारी, रामावती कुमारी, विकाश प्रजापति, गायत्री सिन्हा, सुमन वर्मा, कौशल किशोर, अखिलेश कुमार, इंद्रनील चटर्जी, निखिल कुमार डे, सुभाष नायक, अंकित ओझा, राणा प्रताप , विष्णु चरण महाराज, धुर्वेश्वर मंडल, अशोक कुमार पांडेय, संदीप पूर्ती, राणा प्रताप शर्मा, बिष्णु प्रसाद नायक, सुभाष चक्रवर्ती, प्रीति श्रीवास्तव, अरूप चक्रवर्ती, अंजनी कुमार चौधरी, गोविंद नारायण सिंह, मिथलेश कुमार, अशोक कुमार यादव समेत सैकड़ों अधिवक्ता मौजूद थे।
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