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हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का संभावित गठबंधन फंस गया है। सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी राज्य में 50 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से ठीक पहले ‘आप’ के सूत्रों ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी (आप) रविवार को अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है। आप के सूत्रों ने दावा किया, “हरियाणा में गठबंधन की बातचीत टूटने के कगार पर है और आप राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 50 पर अपने दम पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है।” इससे पहले पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा था कि आप हरियाणा में 10 विधानसभा सीटों की मांग कर रही है, जबकि कांग्रेस पांच से सात सीटों की पेशकश कर रही है।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर बने इंडिया अलायंस का हिस्सा हैं। दोनों दलों ने हरियाणा, दिल्ली और गुजरात में साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि, पहले तय हुआ था कि यह गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए ही रहेगा, जबकि विधानसभा चुनाव में इंडिया अलायंस के दल अलग-अलग मिलकर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन पहले जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस का गठबंधन हुआ तो हरियाणा में अब आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही थी। लोकसभा चुनाव में हरियाणा में आप को कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट दी गई। हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने कुरुक्षेत्र से चुनाव लड़ा और भाजपा के नवीन जिंदल से हार गए।
‘आप’ के सूत्रों ने दावा किया कि बीजेपी और कांग्रेस के कई असंतुष्ट नेता हरियाणा में पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं। राज्य में पांच अक्टूबर को वोटिंग होने वाली है। इस बीच, हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की अहम बैठक शुक्रवार को दिल्ली स्थित एआईसीसी मुख्यालय में हुई। इस बैठक की अध्यक्षता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने की और इसमें कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने भाग लिया। इस बैठक में अजय माकन, सलमान खुर्शीद, मणिकम टैगोर और हरियाणा कांग्रेस के अन्य नेताओं सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
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