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– फोटो : अमर उजाला
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पीडब्ल्यूडी में वर्ष 2020 में एक महिला कर्मी की मौत का मामला गर्मा गया है। विभाग के ही कुछ लोगों का कहना है कि महिला की स्वाभाविक मौत नहीं हुई थी। बलात्कार के बाद उसकी हत्या की गई थी।
इस संबंध में गठित विभाग की जांच कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रकरण आपराधिक प्रकृति का होने के कारण विभाग से इतर पुलिस विभाग को भजने पर विचार किया जा सकता है।
जांच कमेटी में अधीक्षण अभियंता एसके रावत, विधि अधिकारी आशुतोष उपाध्याय और व्यक्तिगत सहायक प्रमोद कुमार गुप्ता शामिल थे।
जिन कर्मियों पर बलात्कार के बाद हत्या का आरोप लगाया जा रहा है, जांच कमेटी का कहना है कि वे लंबे समय से एक ही स्थान पर कार्यरत हैं। इनमें से एक कर्मी तो एक ही स्थान पर 19 वर्ष से कार्यरत है।
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