[ad_1]
रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने शुक्रवार को कांग्रेस ज्वाइन कर ली। दोनों रेसलर कांग्रेस में शामिल होने से पहले पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी मिलने उनके आवास पर पहुंचे। मुलाकात के बाद खरगे ने तस्वीरे शेयर करते हुए लिखा कि आप दोनों पर हमें गर्व है। न्यूज एजेंसी एएनआई के सूत्रों की मानें तो विनेश फोगाट कांग्रेस के टिकट पर हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। वहीं, बजरंग पुनिया विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और उन्हें हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए हरियाणा कांग्रेस की प्रचार समिति का सह-अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश फोगाट ने कहा, ”सबसे पहले तो मैं पूरे देशवासियों का धन्यवाद कहना चाहती हूं। बुरे टाइम में पता चलता है कि अपना कौन है, जब हम सड़क पर घसीटे जा रहे थे, तो बीजेपी को छोड़कर बाकी पार्टियां हमारे साथ में थीं। मैं ऐसी पार्टी में हूं जो महिलाओं के खिलाफ हो रहे बुरे बर्ताव के खिलाफ खड़ी है। सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ने को तैयार है। रेसलिंग में मैंने पूरी कोशिश की कि महिलाओं को इंस्पायर करूं। बीजेपी आईटी सेल ने कोशिश की कि हम लोग खत्म हो गए हैं, पॉलिटिक्स कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं ट्रायल देकर नहीं जाना चाहती, लेकिन मैंने ट्रायल भी दिया और ओलंपिक के फाइनल तक गई। लेकिन भगवान को कुछ और मंजूर होगा। परमात्मा ने मुझे देश की सेवा करने का जो मौका दिया है, उससे ज्यादा पुण्य का काम कुछ नहीं हो सकता है। मेरे लिए गर्व की बात है। जो मैंने बतौर खिलाड़ी फेस किया, वह आगे कोई और न करे।”
वहीं, बजरंग पूनिया ने कहा कि हमने जितनी कुश्ती, किसान आंदोलन के समय मेहनत है, वैसे ही मेहनत करके कांग्रेस और देश को मजबूत करेंगे। ग्राउंड में रहकर काम करेंगे। पूनिया ने आगे कहा कि बीजेपी हमारे साथ खड़ी नहीं हुई, लेकिन कांग्रेस हुई। बीजेपी का काम सिर्फ राजनीति करना ही है। इससे पहले बुधवार को विनेश और बजरंग ने नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी, जिसके बाद दोनों के कांग्रेस ज्वाइन करने की अटकलें तेज हो गई थीं। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए पांच अक्टूबर को वोटिंग होनी है, जबकि आठ अक्टूबर को नतीजों का ऐलान होगा।
कांग्रेस ज्वाइन करने से ठीक पहले विनेश फोगाट ने निजी कारणों का हवाला देते हुए भारतीय रेलवे से इस्तीफा भी दे दिया। उन्होंने अपने त्यागपत्र की तस्वीर के साथ ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “भारतीय रेलवे की सेवा करना मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है।” विनेश उत्तरी रेलवे में विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) के पद पर कार्यरत थीं। उन्होंने लिखा कि अपने जीवन के इस मोड़ पर, मैंने खुद को रेलवे सेवा से अलग करने का फैसला किया है और भारतीय रेलवे के सक्षम अधिकारियों को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने कहा, “मैं देश की सेवा में रेलवे द्वारा मुझे दिए गए इस अवसर के लिए भारतीय रेलवे परिवार की हमेशा आभारी रहूंगी।”
बता दें कि पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाटा को 50 किलोग्राम स्वर्ण पदक मुकाबले से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। उनका वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया था। खेल पंचाट न्यायालय (CAS) ने भी संयुक्त सिल्वर मेडल दिए जाने की उनकी याचिका को खारिज कर दिया था। अयोग्य घोषित किए जाने के एक दिन बाद 8 अगस्त को उन्होंने कुश्ती से संन्यास की घोषणा की थी। विनेश के घर लौटने के बाद से ही इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह अपनी चचेरी बहन बबीता की तरह सक्रिय राजनीति में प्रवेश करेंगी।
[ad_2]
Source link