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हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर भाजपा ने उम्मीदवारों की जो लिस्ट जारी की है, उसे लेकर पार्टी नेताओं के भीतर नाराजगी नजर आ रही है। बीजेपी के एक पूर्व विधायक तो शुक्रवार को इंटरव्यू के दौरान रोने लगे, क्योंकि उन्हें इस बार टिकट नहीं मिला है। सोशल मीडिया पर वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है जिसमें वह फफक कर रोते हुए दिख रहे हैं। शशि रंजन परमार से इंटरव्यू के दौरान पूछा जाता है कि हरियाणा के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की कैंडिडेट लिस्ट में उनका नाम क्यों नहीं है? इस पर वह कहते हैं, ‘मैंने सोचा था कि मेरा नाम सूची में होगा।’ इतना कहते ही उनका गला भर जाता है और वह रोने लगते हैं।
इंटरव्यू लेने वाला पत्रकार शशि रंजन परमार को सांत्वना देने की कोशिश करता है। वह उनसे कहता है कि पार्टी उनकी योग्यता देखेगी और उनके निर्वाचन क्षेत्र पर विचार किया जाएगा। मगर, पूर्व विधायक का रोना जारी रहता है। मालूम हो कि परमार राज्य में भिवानी और तोशाम से भाजपा की उम्मीदवारी के लिए अपना दावा पेश कर रहे थे। परमार ने कहा, ‘मैंने लोगों को इस बात का आश्वासन दिया था कि मेरे नाम पर विचार किया जा रहा है। अब मैं क्यों करूंगा? मैं असहाय महसूस कर रहा हूं।’ यह सुनकर इंटरव्यूवर कहता है कि नेताजी, आप हौसला रखें।
परमार बोले- यह मेरे साथ क्या हो रहा
शशि रंजन परमार ने भर्राई आवाज में कहा, ‘यह मेरे साथ क्या हो रहा है। आखिर किस तरह का बर्ताव हुआ है। इसका मुझे बहुत दुख है। ये किस तरह के फैसले लिए जा रहे हैं?’ मालूम हो कि हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होना है। भाजपा की ओर से 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की गई है। इसके एक दिन बाद गुरुवार को ही पार्टी को बगावत का सामना करना पड़ा। टिकट नहीं मिलने पर मंत्री रणजीत सिंह चौटाला और विधायक लक्ष्मण दास नापा ने पार्टी छोड़ दी। पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के बेटे चौटाला ने कहा कि उन्होंने यह निर्णय अपने समर्थकों के साथ बैठक के बाद लिया है। अब वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। नापा ने टिकट न मिलने पर पार्टी छोड़ दी। भाजपा के लिए बगावत का संकट उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के कुछ समय बाद ही शुरू हो गया था, क्योंकि इससे कई लोग नाराज हो गए थे।
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