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दिल्ली. जहां नोएडा, दिल्ली, बैंगलोर और मुंबई जैसे भारत के कई शहरों में फ्लैट्स और घर के दाम लागातार आसमान छू रहे हैं, इन शहरों में लोगों को घर खरीदने की सपना बस सपना ही रह जाता है. लेकिन, जापान के पॉश इलाकों वाले घर विरान पड़े हुए हैं. यहां घरों में कोई रहने वाला नहीं है. मिली रिपोर्ट के अनुसार जापान के क्योटो और टोक्यो में 90 लाख से अधिक घर खाली पड़े हुए हैं, वहां रहने वाला कोई नहीं है.
जापान में ऐसे खाली घरों को ‘अकिया’ के नाम से जाना जाता है. एक जापान के ही यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने अपने रिपोर्ट में सीएनएन को बताया कि जापान में कुल आवासीय घरों के 14% हिस्सा खाली पड़े हुए हैं. इसके दो से तीन वजह है- पहला कारण जापान में कम जन्मदर और ज्यादा उम्र के लोगों की बढ़ती आबादी. दूसरा- युवाओं का शहरों में पलायन. और तीसरा विदेश में काम करने वाले लोग, जिनका कोई वारिस नहीं है. स्थिति ऐसी है कि जून 2024 तक जापान के ऐसे घरों में 37 हजार से अधिक लोगों का निधन हो गया.
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अब शहरों के घर भी खाली पड़े हुए हैं
हाल की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि जापान में पहले ऐसे घर या अकिया सिर्फ ग्रामीण इलाकों में पाए जाते थे. लेकिन, अब शहरों खास कर क्योटो और टोक्यो में भी ऐसे घर खाली पड़े हुए हैं. चिबा में कांडा यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंटरनेशनल स्टडीज के प्रोफेसर जैफ्री हॉल ने अकिया घरों के बारे में खुलासा किया है. उन्होंने जपान की लगातार गिर रही है जन्म दर और उम्र दराज लोगों की बढ़ती जनसंख्या को सबसे पहला कारण बताया है. साथ ही उन्होंने बताया कि ऐसे भी घर खाली पड़े हैं जिनके मालिक विदेश में काम करते हैं और वह देश वापस नहीं लौट रहे हैं या फिर उनका कोई वारिश नहीं है.
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