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मध्य प्रदेश में मॉनसूनी बारिश में कुछ कमी आई है, लेकिन अधिकांश जिलों में रुक-रुककर थोड़ी-थोड़ी बारिश हो रही है। गुरुवार सुबह तक बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के उज्जैन, रीवा, शहडोल, भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर तथा ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर बारिश हुई एवं शेष सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा। इस दौरान प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश बीना में 98.4 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई। वहीं सर्वाधिक अधिकतम तापमान निवाड़ी के पृथ्वीपुर में 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान बालाघाट के मलाजखंड में 20.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
प्रदेश में अन्य जगहों पर हुई बारिश की बात करें तो किरनापुर में 84.2 मिमी, मलाजखंड में 75.4 मिमी, मेहंदवानी में 67.5 मिमी, बालाघाट में 58.8 मिमी, अमानगंज में 57.6 मिमी, धनौरा में 54 मिमी, मोहगांव में 52.2 मिमी, बैराड़ में 51 मिमी बारिश दर्ज की गई। अन्य सभी स्थानों पर इससे कम वर्षा रिकॉर्ड की गई।
इन शहरों के लिए जारी हुआ बारिश का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए सिंगरौली, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, डिंडौरी, सिवनी, बालाघाट, मैहर जिलों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां कहीं-कहीं जगहों पर बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने के साथ 64.5 मिली मीटर से लेकर 115.5 मिली मीटर तक भारी वर्षा हो सकती है।
इसके अलावा भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सीधी, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, पांढुर्णा जिलों में कुछ स्थानों पर बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने के साथ तेज बारिश होने की संभावना है।
शुक्रवार के लिए सिनोप्टिक मौसमी परिस्थितियां
तटीय आंध्र प्रदेश और निकटतम पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी पर अवस्थित चक्रवातीय परिसंचरण के प्रभाव में, उत्तर आंध्र प्रदेश-दक्षिण ओडिशा तटों से दूर पश्चिमी-मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर एक निम्न दाब क्षेत्र निर्मित हुआ है तथा इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक सक्रिय है, जो दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। अगले 2 दिनों के दौरान इसके उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है। पश्चिमोत्तर उत्तर प्रदेश और संलग्न हरियाणा के ऊपर माध्य समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है।
गुरुवार सुबह तक इन शहरों में हुई बारिश
भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, देवास, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, मैहर, शहडोल, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिलों में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलीं।
तापमान की बात करें तो अधिकतम तापमान उज्जैन संभाग के जिलों में काफी गिरा, एवं शेष सभी संभागों के जिलों में तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। यह इंदौर संभाग के जिलों में सामान्य से कम रहा, जबकि भोपाल, जबलपुर, सागर संभाग के जिलों में सामान्य से अधिक रहा। रीवा संभाग के जिलों में सामान्य से काफी अधिक रहा एवं शेष सभी संभागों के जिलों में सामान्य रहा।
न्यूनतम तापमान में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। वे रीवा संभाग के जिलों में सामान्य से अधिक रहे, एवं शेष सभी संभागों के जिलों में सामान्य रहा।
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