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राजस्थान की भजनलाल सरकार ने पिछली कांग्रेस सरकार की एक और योजना का नाम बदल दिया है। गुरुवार को शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के स्कूलों में संचालित की जा रही बाल गोपाल योजना का नाम बदल सरकार ने पन्नाधाय बाल गोपाल योजना करने का फैसला किया है। इसके बाद अब से बाल गोपाल योजना से जुड़े सभी दस्तावेज और पत्राचार भविष्य में पन्नाधाय बाल गोपाल योजना के नाम से होंगे। मिड मील योजना के आयुक्त विश्व मोहन शर्मा ने गुरुवार को इसके आदेश जारी किए।
दरअसल, बीते दिनों शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बाल गोपाल योजना में संशोधन की बात कही थी। उन्होंने बताया था कि प्रदेश में बड़ी संख्या में ऐसे स्कूली स्टूडेंट्स है। जो पाउडर का दूध पीना पसंद नहीं कर रहे हैं। ऐसे में हमारी सरकार दूध की जगह छात्रों को मोटा अनाज (मिलेट्स) देने पर मंथन कर रही है। जिसको लेकर जल्द अंतिम फैसला कर लिया जाएगा इसके बाद आज सरकार ने योजना के नाम में संशोधन कर दिया है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही सरकार इस योजना में बड़ा संशोधन कर सकती है।
69 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स को दूध दिया जाता था
राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने साल 2022 में कक्षा एक से आठवीं तक के स्कूली स्टूडेंट्स को स्कूलों में दूध देने के लिए बाल गोपाल योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत प्रदेश के 69 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स को स्कूलों में मिड डे मील के तहत मिल्क पाउडर से बना दूध दिया जाता था। ताकि स्कूली स्टूडेंट्स को सही डाइट मिल सके।
राजस्थान में मौजूदा शैक्षणिक सत्र में काफी ऐसे स्कूल हैं, जहां सही वक्त पर दूध पाउडर की सप्लाई तक नहीं हो रही है। वहीं काफी ऐसे स्कूल भी थे, जहां स्टूडेंट्स ने दूध पाउडर का बहिष्कार कर दिया था। इसके बाद शिक्षा विभाग दूध की जगह अब मोटे अनाज (मिलेट्स) देने की तैयारी में जुटा है।
अब तक तीन योजनाओं के बदले नाम
राजस्थान में सरकार बदलने के बाद भजनलाल सरकार राजस्थान की पूर्व कांग्रेस सरकार की राजीव गांधी स्कॉलरशिप योजना का नाम बदल विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना, इंदिरा रसोई योजना का नाम बदल अन्नपूर्णा रसोई योजना कर चुकी है। ऐसे में आज बाल गोपाल योजना का नाम बदल पन्नाधाय बाल गोपाल योजना करने के बाद बीजेपी सरकार ने अब तक तीन योजनाओं का नाम बदल चुकी है।
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