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खंडवा जिले के ओम्कारेश्वर स्थित जंगल में सोमवार को एक तेंदुआ घायल हालत में मिला था, जिसे स्थानीय लोगों ने जमकर परेशान किया था। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर प्रसिद्ध पशुप्रेमी और भाजपा की वरिष्ठ नेता मेनका गांधी ने कड़ी आपत्ति जताते हुए वन विभाग से कड़ी कार्रवाई की मांग की। जिसके बाद पुलिस ने तेंदुए को परेशान करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि यह तेंदुआ किसी वाहन से टकराने की वजह से घायल हुआ था। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी लेकिन कोशिशों के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। हालांकि शर्मनाक बात यह है कि वन विभाग की टीम के पहुंचने से पहले वहां मौजूद लोगों ने ना केवल उस घायल तेंदुए को सताया और परेशान किया, बल्कि वीडियो बनाने के लिए उसके पास पहुंचकर उसकी पूंछ खींचने जैसे काम भी किए।
लोगों की इन्हीं हरकतों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मेनका गांधी ने राज्य सरकार से तेंदुए को बचाने के लिए समय पर एक्शन ना लेने वाले अधिकारियों समेत घायल तेंदुए को परेशान करने वाले लोगों पर कार्रवाई की मांग की थी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने इस बारे में प्रदेश के फॉरेस्ट चीफ विजयकुमार अंबाडे को चिट्ठी लिखकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि तेंदुए की मौत से जुड़ी खबर और तस्वीरें विचलित करने वाली हैं और पूरे भारत में वायरल हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि मामले में जिन अफसरों ने लापरवाही बरती है, उन सभी को सस्पेंड किया जाए। साथ ही उन्होंने प्रदेश में 4 वन्यजीव अस्पताल बनाने की सलाह भी दी।
वहीं इस मामले को लेकर वन विभाग के अधिकारी राकेश कुमार डामोर ने बताया कि विभाग की तरफ से कोई लापरवाही नहीं बरती गई थी। उनका कहना है कि सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी और इलाज करते हुए तेंदुए को इंदौर ले जाया जा रहा था, हालांकि इसी दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि तेंदुए से छेड़खानी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेजा गया है।
रिपोर्ट- निशात सिद्दीकी
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