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झारखंड एक्साइज कॉन्स्टेबल दौड़ में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। कई अस्पताल में भर्ती हैं। सरकार अब इस दौड़ के नियम बदलने की तैयारी में है। इन सब के बीच सीएम हेमंत सोरेन ने इन मौतों के पीछे कोरोना वैक्सीन को जिम्मेदार बताया है।
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बुधवार को मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा कि ‘उत्पाद सिपाहियों की मौत सिर्फ दौड़ से नहीं हो रही है, लोग चलते- चलते भी मर रहे हैं। कोरोना में भाजपा के लोगों ने देश के लोगों को जो टिका लगाया है वह गलत है जिसका प्रभाव पड़ रहा है। उस टीके को पूरी दुनिया में बंद किया गया था। हमारे भारत में ही उसकी सप्लाई हुई है। उस टीके की वजह से लोग मर रहे हैं। सर्दी- खांसी से लोग मर रहे हैं। जवान लड़के-लड़कियां मर रहे हैं।’
5 सितंबर तक लगी है रोक
एक्साइज कॉन्स्टेबल दौड़ में 12 लोगों की मौत के बाद इस पर रोक लगा दी गई थी। हेमंत सोरेन ने 3 से 5 सितंबर तक के लिए रोक लगाई और सोशल मीडिया पर भी इसकी जानकारी दी। अभ्यर्थियों को 60 मिनट में 10 किलोमीटर तक दौड़ना होता है। ऐसे में अब झारखंड सरकार दौड़ की इस प्रक्रिया में बदलाव करने का मन बना रही है।
बदल सकती है भर्ती की प्रक्रिया
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग अब दूरी और समय दोनों कम करने जा रही है। सरकार ने भी इसके लिए पहल शुरू कर दी है उनके सामने दो विकल्प हैं। सिपाही भर्ती के लिए 5 से 6 मिनट में 1.6 किलोमीटर या 5 किलोमीटर की दौड़ 25 मिनट में पूरी करने का मानक रख सकती है। अब सिपाही बनने के लिए 10 किलोमीटर की दौड़ पूरी नहीं करनी होगी।
दौड़ने के बाद युवा अपने पैरों पर भी खड़े नहीं पा रहे थे।- अस्पताल के फर्श पर कैंडिडेट्स
मामले पर राजनीति तेज
सिपाही भर्ती मामले में राजनीति भी तेज है। भाजपा ने सरकार से 50 लाख मुआवजा औऱ परिजनों को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। भाजपा ने पीड़ित परिवार को एक लाख रुपया दिया है दूसरी तरफ हेमंत सरकार इस मौत की वजह अब कोरोना वैक्सीन को बता रही है।
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झारखंड उत्पाद सिपाही प्रतियोगिता परीक्षा 22 अगस्त से चल रही है। 60 मिनट में 10 किलोमीटर की दौड़ लगाने के दौरान अबतक 12 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है। पलामू में सबसे ज्यादा 5 अभ्यर्थियों की मौत हुई है। अधिकांश की उम्र 25 वर्ष से कम है।
तीन अभ्यर्थियों का पोस्टमार्टम रिम्स में हुआ। इसमें खुलासा हुआ कि अभ्यर्थियों की मौत हार्ट अटैक से हुई है। रिपोर्ट के अनुसार दौड़ के दौरान अचानक अभ्यर्थियों का ब्लड प्रेशर (बीपी) बढ़ रहा है और वे हार्ट अटैक के शिकार हो रहे है। हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण गर्मी और 10 किलोमीटर की लंबी और थकाऊ दौड़ है। पूरी खबर पढ़िए
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