[ad_1]
शहीद कर्ण सिंह को नम आंखों से दी अंतिम विदाई।
झज्जर जिले में डावला गांव के शहीद कर्ण सिंह का गुरुवार को उसके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। शहीद कर्ण सिंह का पार्थिव शरीर गुरुवार को करीब 11 बजे उसके गांव डावला पहुंचा।
.
पार्थिव शरीर के साथ गांव के सैकड़ों युवाओं का जत्था हाथों में तिरंगा लेकर झज्जर-दिल्ली सीमा से लेकर गांव डावला पहुंचा था। इस दौरान युवाओं ने शहीद कर्ण सिंह की याद में गगनभेदी नारे लगाए।
गांव में जब शहीद कर्ण सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचा तो सड़क किनारे गांव के स्कूली बच्चों और महिलाओं ने अपने गांव के लाल का नम आंखों से हाथों में तिरंगा लेकर स्वागत किया।
शहीद कर्ण सिंह के छोटे भाई ने दी मुखाग्नि ।
हेलीकाप्टर समुद्र में गिरने से हुई मौत
बता दें कि कर्ण सिंह भारतीय नौसेना के तटरक्षक बल में कोस्ट गार्ड के पद पर कार्यरत था। गुजरात में भारी बरसात के दौरान बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए एक सर्च अभियान में उनका हेलीकाप्टर समुद्र में गिर गया था।
इसी हादसे में कर्ण सिंह की मौत हो गई थी। गुरुवार को शहीद कर्ण सिंह के पार्थिव शरीर को पहले उसके पैतृक निवास पर लाया गया और यहां से सामाजिक रस्मों के पूरा किए जाने के बाद शहीद की अंतिम यात्रा उसके निवास से शुरू हुई और गांव की पंचायती भूमि पर उस पार्थिव देह को ले जाया गया।
सुबह 11 बजे डावला गांव पहुंचा शहीद कर्ण सिंह की पार्थिव देह।
छोटे भाई ने दी मुखाग्नि
यहां राजनेताओं और जिला प्रशासन की तरफ से शहीद को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। शहीद कर्ण सिंह की पार्थिव देह को उसके छोटे भाई अर्जुन ने मुखाग्नि दी। इस दौरान गुंजायमान नारों से शहीद युवाओं ने श्रद्धांजलि दी।
शहीद कर्ण सिंह की पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित किए जाने के बाद पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ और कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स ने हरियाणा को वीरों की भूमि बताया। अपने अलग-अलग सम्बोधन में उन्होंने कहा कि गांव-गांव में शौर्यगाथा वीरों की सुनने को मिलती है।
कर्ण सिंह को उन्होंने मां भारती को वीर सपूत बताया और कहा कि पूरा गांव,क्षेत्र और जिले के साथ-साथ सभी लोग इस महान सपूत को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
[ad_2]
Source link