[ad_1]
गुना में पारदियों ने अब लाल झंडा थाम लिया है। पुलिस हिरासत में हुई देवा पारदी की मौत के मामले में दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि देने की मांग को लेकर माकपा, किसान सभा और मजदूर संगठनों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्
.
बता दें कि 13 जुलाई को कनारी निवासी देवा पारदी की मौत पुलिस अभिरक्षा में हुई थी। देवा पारदी के परिजनों का आरोप था कि पुलिस की मारपीट के चलते देवा की जान चली गई है। जबकि पुलिस हार्ट अटैक का मामला बता रही है। इस मामले में ज्यूडिशियल इंक्वायरी की गई है। कोर्ट से इस इंक्वायरी की रिपोर्ट SP के पास पहुंच चुकी है। पुलिस अधीक्षक आगामी कार्यवाई की प्रक्रिया कर रहे हैं।
इस घटनाक्रम को लेकर पारदी समुदाय को माकपा सहित श्रमिक संगठनों का सहयोग मिल रहा है। ग्वालियर में आईजी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने के बाद बुधवार को जिला मुख्यालय पर बड़ी संख्या में पारदी समाज और माकपा के सदस्य कलेक्ट्रेट पहुंच गए। आरोप था कि मामले में प्रशासन की धीमी गति एवं लीपापोती के चलते देवा का एक भाई भी आत्महत्या कर चुका है। पीड़ित परिवार की ओर से दावा किया गया है कि उन्हें अब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट तक नहीं दी गई है, जो कि ऐसे मामले में बेहद जरूरी बताई जाती है। माकपा ने घटनाक्रम के दौरान ग्वालियर आईजी के आश्वासन का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि वे संभागायुक्त और कलेक्टर से चर्चा कर आगे की कार्रवाई करेंगे। लेकिन अब तक पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि नहीं मिल पाई है। माकपा और श्रमिक संगठनों ने देवा की मौत के मामले में पुलिसकर्मियों को हत्यारा बताया और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
उधर बुधवार को SP ने म्याना थाना प्रभारी TI संजीत माबई को हटा दिया है। उन्हे पुलिस लाइन भेजा गया है। उनकी जगह SI गोपाल चौबे को म्याना थाना प्रभारी बनाया गया है। वहीं म्याना थाने के अंतर्गत आने वाली उमरी चौकी के प्रभारी को भी हटा दिया गया है। ASI उत्तम सिंह की जगह ASI महेंद्र सिंह चौहान को ऊमरी चौकी की जिम्मेवारी सौंपी गई है।
[ad_2]
Source link