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मध्य प्रदेश में बारिश की गतिविधियां जारी हैं। इस दौरान पिछले 24 घंटों में प्रदेश के रीवा, जबलपुर, भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल और सागर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर, जबकि उज्जैन संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर जोरदार बारिश दर्ज की गई एवं शेष सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा।
बुधवार सुबह साढ़े 8 बजे तक बीते 24 घंटों में भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, कटनी, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलीं।
जावद में गिरा सबसे ज्यादा पानी
इस दौरान सबसे अधिक बारिश जावद में 110 मिमी और आरोन में 80 मिमी दर्ज की गई। अन्य जगहों की बात करें तो बक्स्वाहा में 78.4 मिमी, कन्नोद में 78 मिमी, मंदसौर में 67 मिमी, धार में 63.4 मिमी, सैलाना में 54 मिमी, हरदा में 49.5 मिमी, सतवास में 38 मिमी बारिश हुई। इसके अलावा अन्य सभी स्थानों में इससे कम पानी ही गिरा।
निवाड़ी रहा सबसे गर्म
अधिकतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। यह उज्जैन, ग्वालियर, रीवा, जबलपुर, सागर संभागों के जिलों में सामान्य से अधिक रहा एवं शेष सभी संभागों के जिलों में सामान्य रहा। न्यूनतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। वे नर्मदापुरम, उज्जैन, सागर संभागों के जिलों में सामान्य से अधिक रहे एवं शेष सभी संभागों के जिलों में सामान्य रहे। सबसे अधिक तापमान पृथ्वीपुर (निवाड़ी) में 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं सबसे कम तापमान पचमढ़ी (नर्मदापुरम) में 20.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सिनोप्टिक मौसमी परिस्थितियां
दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के ऊपर माध्य समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है। मॉनसून ट्रफ वर्तमान में माध्य समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक जैसलमेर, कोटा, गुना, सिवनी, कलिंगपट्टनम और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर मध्य-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है।
उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर माध्य समुद्र तल से 3.1 और 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई के मध्य चक्रवातीय परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकाव के साथ सक्रिय है। इसके प्रभाव के कारण पश्चिम-मध्य व पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी के ऊपर 5 सितंबर 2024 से एक निम्न दाब क्षेत्र के निर्मित होने की संभावना है। साथ ही विरूपक हवाओं का क्षेत्र (शीयर जोन) 22 डिग्री उत्तर अक्षांश पर माध्य समुद्र तल से 3.1 किमी की ऊंचाई पर अवस्थित है।
गुरुवार को इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी
कल सुबह यानी गुरुवार सुबह 8.30 बजे तक के लिए मौसम विभाग ने रायसेन, बुरहानपुर, नीमच, मुरैना, श्योपुरकलां, सतना, डिंडौरी, कटनी, सिवनी, बालाघाट, पन्ना,सागर, छतरपुर जिलों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां कहीं-कहीं बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने के साथ ही 64.5 से 115.5 मिली मीटर तक की भारी वर्षा हो सकती है।
इसके अलावा भोपाल, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, दमोह, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर, पांढुर्णा जिलों में कुछ स्थानों पर तेज हवाएं चलने के साथ ही जोरदार बारिश हो सकती है और बिजली गिर सकती है।
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