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झारखंड में मंगलवार को 120 लोगों ने सनातन धर्म में वापसी की। इसके लिए शिव मंदिर में आयोजित घर वापसी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें 67 परिवारों के 120 लोगों ने घर वापसी की। सभी लोगों ने चंगाई सभा में बीमारी ठीक करने और परेशानी के साथ साथ भूत भगाने के भ्रम में पड़कर ईसाई धर्म अपनाया था। यह हजारीबाग के इचाक के बरकाखुर्द की घटना है।
शिव चर्चा के बहाने येशु चर्चा कर किया गया भ्रमित
धर्मांतरण करने वाले लोगों ने बताया कि उन्हें पहले सत्संग के नाम पर बुलाया गया और फिर शिव चर्चा के बहाने येशु चर्चा कर भ्रमित किया गया। इस दौरान कई महिलाओं ने बताया कि पदमा प्रखंड के अडार गांव में शिव कुमार यादव झाड़ फूंक करने के बहाने सभी को प्रशिक्षित करता है। उन्हीं के कहने पर वे लोग भी इसमें शामिल हुए थे और इसके लिए पैसे दिए गए थे। जिला परिषद प्रतिनिधि अशोक मेहता और उसकी टीम के अगुवाई में घर वापसी अभियान चलाया गया था।
पैर धोकर स्वागत
इस उपरांत अलग-अलग जातियों के प्रधान द्वारा घर वापसी करने वाले लोगों के पैर धोकर घर वापसी करायी। गांव के लोगों ने भी उनके पैर धोए। पूरे कार्यक्रम के दौरान विहिप के प्रांतीय संगठन मंत्री देवी सिंह, प्रांतीय अध्यक्ष चंद्रकांत रायपत, भाजपा जिला अध्यक्ष श्रद्धानंद सिंह, ओबीसी मोर्चा के युवा अध्यक्ष अमरदीप यादव, विहिप के जिला मंत्री अरविंद मेहता, बजरंग दल के संयोजक प्रशांत कुमार सिंह, हिंदू युवा संघ के मनोज मेहता, सुजीत मेहता, संस्कार भारती के कुमार केशव, डॉक्टर प्रमोद कुमार, डॉक्टर कौशल मेहता, एकल विद्यालय की शिक्षिकाएं धर्म प्रसारक संघ के सदस्य के अलावा बरका खुर्द रतनपुर, मनाई आदि मौजूद थे। कलाद्वर, दरिया सायल खुर्द, सायल कला और ममारख टोला समेत प्रखंड के हजारों सनातनी मौजूद थे।
शिव मंदिर प्रांगण में आर्ष कन्या गुरुकुल की बेटियो की ओर से हवन शुद्धी यज्ञ कराया गया और गायत्री परिवार के आचार्यों ने पूजन कराकर आयोजन को संपन्न कराया। इस दौरान सभी का जनेऊ भी कराया गया। विदित हो रविवार को आयोजित महापंचायत में 20 परिवार के लोगों ने घर वापसी का घोषणा की थी। परंतु मंगलवार को यह संख्या 20 से 67 हो गई। कुल 120 लोगों ने हिंदू धर्म को अपनाया।
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