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जिस घर में चौपारण के जगदीशपुर निवासी जगदीश यादव ने बड़े अरमानों से बेटी की डोली भेजी थी, मौत के बाद उसी आंगन में अपनी लाडली का दाह संस्कार किया। मामला हजारीबाग जिले के बरही के चतरो गांव का है। इस घटना के बाद मायके और ससुराल वालों में तनाव बना हुआ है। गांव में शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
ससुराल के आंगन में जला दी बेटी की चिता
दरअसल, जगदीश यादव ने अपनी सबसे छोटी बेटी 21 वर्षीया प्रीति कुमारी की शादी धूमधाम से बरही के चतरो गांव के अजीत यादव के साथ चार माह पहले की थी। इधर, सोमवार को चतरो गांव के ही एक डोभा से उसका शव बरामद किया गया। बताया जा रहा है कि वह शनिवार से ही घर से लापता थी। इधर, मौत को दहेज हत्या मानकर गुस्साए मायके वालों ने मंगलवार को प्रीति का दाह संस्कार उसके ससुराल के आंगन में ही कर दिया। हालांकि,उस वक्त ससुराल पक्ष का एक भी व्यक्ति घर में नहीं था। थाने में मामला दर्ज होने और मृतका के पति और देवर की गिरफ्तारी के बाद से परिवार के अन्य सदस्य घर से फरार हैं।
प्रीति के मायके से 100 से अधिक लोग पहुंचे थे
प्रीति का शव मंगलवार की सुबह 830 बजे पोस्टमार्टम के बाद चतरो गांव लाया गया। शव के साथ मायके के 100 से अधिक महिला-पुरुष थे। शव के दाह-संस्कार से पहले बातचीत में चतरो के लोगों ने कहा कि वे मिलकर दाह संस्कार करेंगे, लेकिन जिनका इस मामले से संबंध नहीं है, उन्हें केस से हटाया जाए। इसपर बात बिगड़ गई। अंतत गुस्साए मायके वालों ने समधी केशो यादव के आंगन में ही दाह संस्कार कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि मायके वालों ने कुछ लोगों से मारपीट भी की। इसके बाद अपने वाहनों के साथ फरार हो गए। भागने के क्रम में उनकी एक कार चतरो में ही छूट गई, जिसे बरही थाने की पुलिस ने जब्त कर लिया है।
परिजनों ने लगाया दहेज के लिए हत्या का आरोप
मायके वालों ने पति और देवर समेत ससुराल के 11 लोगों पर दहेज हत्या का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि प्रीति कुमारी शनिवार से ही लापता थी। खोजबीन के क्रम में सोमवार को गांव के ही डोभा से लाश मिली थी। पीठ में जलने के निशान पाए गए थे। साथ ही एक आंख में जख्म के निशान मिले थे। इसके बाद सूचना बरही थाने को दी थी। तब बरही पुलिस ने शव को डोभा से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रीति कुमारी के परिजन और काफी संख्या में महिला, पुरुष चतरो गांव आए थे। वे सोमवार से ही गम गुस्सा और रोष में थे।
गांव पुलिस छावनी में तब्दील
चतरो गांव में मृतका का दाह-संस्करण घर के आंगन में करने और ग्रामीणों से मारपीट की सूचना पर बरही थाना प्रभारी आभाष कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचे। ग्रामीणों से जानकारी लेने के बाद शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए गांव में जिला से अतिरिक्त 50 पुलिस बल की तैनाती की गई है। गांव फिलहाल पुलिस छावनी में तब्दील है। चतरो के ग्रामीणों का आरोप है कि दाह संस्कार के क्रम में ही मायके वालों ने कुछ ग्रामीणों के साथ मारपीट भी कर दी। इसके बाद अपने वाहनों के साथ फरार हो गए। भागने के क्रम में उनकी एक कार चतरो में ही छूट गई, जिसे बरही थाने की पुलिस ने जब्त कर लिया है। और कार को थाने ले आई है।
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