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पंचकूला में सुबह हुई बारिश से कई जगह जलभराव हो गया।
हरियाणा के कई जिलों में मंगलवार सुबह से लेकर शाम तक तेज बारिश हुई। हिसार में सितंबर में हुई बारिश का 6 साल का रिकॉर्ड टूटा। यहां सुबह 57 एमएम बारिश दर्ज की गई। इससे शहर के निचले हिस्सों में जलभराव हो गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि सूबे में 8 सितं
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सीजन में 305.2 एमएम बारिश हुई है। अभी मानसून का कोटा पूरा होने में 105 मिलीमीटर की कमी है। जबकि मानसून अमूमन सितंबर के अंत तक विदा हो जाता है। आईएमडी के अनुसार अभी कहीं – कहीं बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है , लेकिन अलर्ट जारी नहीं किया गया है। मौसम में आए इस बदलाव से दिन के पारे में 0.2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। चरखी दादरी में सबसे अधिक 36.1 डिग्री पारा आंका गया है।
यहां पढ़िए कहां कितनी हुई बारिश
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 6 सितंबर को कहीं – कहीं , इसके बाद कुछ जगह पर बारिश के आसार हैं। सिरसा के डबवाली में 80 मिलीमीटर, पानीपत में 7.2 मिलीमीटर, हिसार में 57 मिलीमीटर, यमुनानगर में 4.4 मिलीमीटर, झज्जर में 3.3 मिलीमीटर, अम्बाला में 1.6 मिलीमीटर, 20 मिलीमीटर बारिश, भिवानी जिला और जिला फतेहाबाद बारिश 2 मिलीमीटर हुई है।
जुलाई में कम हुई बरसात
हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।
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