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हरियाणा में उम्मीदवारों के चयन को लेकर हुई कांग्रेस की चुनाव समिति की मीटिंग में राहुल गांधी ने आम आदमी पार्टी से गठबंधन की इच्छा जाहिर की थी। उन्होंने कांग्रेस की हरियाणा इकाई से इस पर विचार करने को कहा था। इस बीच आम आदमी पार्टी ने इरादे जता दिए हैं कि यदि गठबंधन पर सहमति बनती है तो वह आसान डील में नहीं मानेगी। आम आदमी पार्टी ने साफ कर दिया है कि 4 या 5 सीट लेकर राजी नहीं होंगे। वहीं कांग्रेस के लिए इससे ज्यादा कुछ दे पाना मुश्किल होगा। खासतौर पर स्थानीय इकाई इसके लिए राजी नहीं होगी क्योंकि उसे लगता है कि अकेले दम पर ही कांग्रेस चुनाव में जीत हासिल कर सकती है।
गठबंधन के सवाल पर हरियाणा में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने कहा कि गठबंधन के मसले पर हाई कमान फैसले लेगा। उन्होंने कहा, ‘यदि हाईकमान मुझसे कहता है तो मैं अपने विचार रखूंगा। मेरा स्पष्ट मानना है कि आम आदमी पार्टी को 4 या 5 सीट लेकर गठबंधन पर राजी नहीं होना चाहिए। हमारा फोकस सभी 90 सीटों पर है। लेकिन एक अनुशासित सिपाही के तौर पर हम राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से यदि कोई फैसला लिया जाता है तो हम उसे स्वीकार करेंगे।’ इस तरह सुशील गुप्ता ने साफ कर दिया कि आम आदमी पार्टी सॉफ्ट डील नहीं करने जा रही।
सुशील गुप्ता लोकसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से उतरे थे। वह यहां दूसरे नंबर पर रहे थे और भाजपा के नवीन जिंदल को जीत मिली थी। आम आदमी पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी कुरुक्षेत्र के अलावा करनाल, पानीपत, अंबाला बेल्ट में अपनी मजबूत उपस्थिति रखती है। सुशील गुप्ता ने कहा, ‘राष्ट्रीय नेतृत्व के आदेश पर हम सभी 90 सीटों पर तैयारी कर रहे हैं। हम हर विधानसभा में बैठकें कर रहे हैं। हम लगातार कार्यक्रम कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी हरियाणा में बहुमत की सरकार बनाने के लिए उतरी है। भाजपा की तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए हम जुटे हैं।’
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