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धनबाद : गंगा दामोदर एक्सप्रेस प्रकरण मामला अब तूल पकड़ने लगा है। धनबाद मंडल के सभी टीटीई ने आज धनबाद जंक्शन से राजकीय रेल थाना गया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन निकाला है जो धनबाद जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या 1 से निकलकर सभी टीटीई अपने हाथो में तख्ती लेकर पद
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यूनियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ धनबाद डिवीजन के उपाध्यक्ष बी एम पाण्डेय ने मीडिया को बताया की दो दिन पहले मेरा टिकट चेकिंग स्टाफ पटना से धनबाद को आने वाली गंगा दामोदर एक्सप्रेस ट्रेन ऑन ड्यूटी लेकर आ रहा था उस ट्रेन में S5 में महिला बिना टिकट की यात्रा कर रही थी उस महिला यात्री को मेरे टीटीई द्वारा जुर्माना किया गया और उस ट्रेन में ऑन ड्यूटी राजकीय रेल पुलिस स्टाफ था उसने उस महिला को बहला फुसलाकर टीटीई के विरोध में लिखित आवेदन लिया और ऑन ड्यूटी टीटीई स्टाफ को कही भी कोई भी सरकार के मेनुअल में नहीं है जो सेंसेटिव पद पर कार्यरत है उनको आप ऑन ड्यूटी उतार नहीं सकते है जबकि ऑन ड्यूटी स्टाफ को गया राजकीय रेल पुलिस स्टाफ के द्वारा उतारा गया। उस महिला को प्रेशर में बहला कर फुसलाकर ऑन ड्यूटी टीटीई रोहन कुमार ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ टीटीई है उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया है। जबकि राजकीय रेल पुलिस स्टाफ के द्वारा जब उतारा गया तो समय कुछ और दिया गया ट्रेन का समय कुछ और था और दिनभर उसे रखा गया है। इसलिए उतारा गया की शनिवार और रविवार को कर्ट बन्द रहता है और जेल भेजा जा सके। आज उसी के प्रोटेस्ट में विरोध प्रदर्शन निकाले है और डीआरएम को सुरक्षा के प्रति ज्ञापन सौंपेंगे।
घटना के समय ट्रेन अधीक्षक संजय कुमार चौधरी ने कहा की जिस ट्रेन गंगा दामोदर एक्सप्रेस को पटना से धनबाद आने वाली थी इस ट्रेन में मैं ट्रेन टिकट चेकिंग अधीक्षक के रूप में मैं ही कार्यरत था। सारी टिकट कटने की करवाई में मैं भी मौजूद था उस वक्त रोहन ने मुझे कॉल किया और तत्काल मुझे S5 में बुलाया और मेरे सामने ही उस महिला के प्रति सभी यात्रिओ से घटना के बारे में जानकारी ली लेकिन किसी यात्री ने उस घटना की पुष्टि नही की है। इस घटना को नहीं पुष्टि होने के बाद राजकीय रेल पुलिस गया स्टाफ ने मेरे सामने मेरे ऑन ड्यूटी स्टाफ को घसीट कर उतारा, ऐसा कही किसी नियम में नहीं है ऑन ड्यूटी स्टाफ को उतारा जाये। मैं उस राजकीय स्टाफ को बताया की मैं इस ट्रेन का टिकट अधीक्षक हूँ आप मेरे वरीय अधिकारी को बिना सुचना दिए नहीं उतार सकते है।
यह घटना पूरी तरह से निराधार है राजकीय रेल पुलिस गया का मिलीभगत है इस घटना में संलिप्त है। ये मन गढ़त कहानी है टीटीई को फंसाने की साजिश है। राजकीय रेल पुलिस गया के सिपाही नीरज कुमार का मिलीभगत है। हम सब टीटीई तत्काल सुरक्षा चाहिए और मेरे टीटीई स्टाफ रोहन को निर्दोष साबित करते हुए रिहा करे। इसके बाबजूद भी अगर हम सभी को सुरक्षा और उसे रिहा नही किया गया तो हम सब आगे हड़ताल भी करेंगे और आईआरटीसी के नेर्तित्व में उग्र आंदोलन करेंगे।
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