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जामताड़ा के मिहिजाम डोमदाहा श्मशान की काली पूजा खास होती है। वैसे तो यहां हर महीने कि अमवश्या तिथि को पूजा और भोग का आयोजन होता है। लेकिन भद्रपद कृष्ण पक्ष अमावश्या को वार्षिक पूजा, भोग और रात भर मेले का आयोजन होता है।
आजादी के पहले से अस्तित्व में आय
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मां काली को सर्वाधिक प्रिय है खिचड़ी
मां को भोग में खिचड़ी सर्वाधिक प्रिय है, जो भक्तों के द्वारा चढ़ाया जाता है। खिचड़ी चढ़ाने पर माता भक्तों की हर काल कष्ट हर लेती है। जो भी भक्त सच्चे मन से यहां आते हैं उनकी मनोकामना मां काली अवश्य पूरी करती है।
इस मंदिर का इतिहास सैकड़ों वर्ष पुराना है।
हर मनोकामना होती है पूरीमंदिर के पुजारी के अनुसार माता को खिचड़ी अति प्रिय है। जो भी भक्त सच्चे मन से अपनी मनोकामना लेकर आते हैं उनकी हर एक मुराद माता पूरी करती है।
आयोजन समिति सदस्यों में अमित यादव, पिंटू तिवारी, संतोष दास, अजय सिंह, आशीष दास, मिथिलेश, करण रजक, राजा, कानू ,साधु ,बंकू, अजय रजक, गोलू मोदी, मनजीत डा, सुनील माल, छोटू, एवं शमशान महाकाली शमशान विकास समिति के सदस्य देर रात से सोमवार शाम तक़ लोगों को खिचड़ी बांटने में सहयोग करते रहे।
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