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झारखंड में सिपाही भर्ती के लिए दौड़ में शामिल एक और अभ्यर्थी की मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान दीपक कुमार पासवान के रूप में हुई है। वह पलामू जिले के पांडु थाना क्षेत्र के वृद्धखैरा गांव का रहने वाला था। दरअसल, 28 अगस्त की सुबह चियांकी हवाई अड्डा पलामू में दीपक दौड़ते समय बेहोश हो गया था। इसके बाद उसे रांची के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आज (सोमवार) सुबह उसकी मौत हो गई।
एक दर्जन अभ्यर्थियों की मौत
जानकारी के मुताबिक, झारखंड में 22 अगस्त से उत्पाद सिपाही पद के लिए कई केंद्रों पर शारीरिक दक्षता परीक्षा ली जा रही है। पुलिस मुख्यालय से मिली सूचना के अनुसार, रविवार तक दौड़ में शामिल 11 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है। लेकिन आज (सोमवार) एक और अभ्यर्थी की जान चली गई। ऐसे में मृतकों की कुल संख्या बढ़कर अब 12 हो गई है। वहीं रविवार को दौड़ में शामिल 47 अभ्यर्थियों के बेहोश होने की सूचना मिली थी।
राज्य सरकार बन रही मौत का कारण: बाउरी
झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी रविवार को छतरपुर शहर से सटे कउवल गांव पहुंचे। उन्होंने उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ में बेहोश होकर मौत का शिकार बने अरुण कुमार के परिजनों से मुलाकात की। बता दें कि रविवार को अभ्यर्थी अरुण कुमार की मौत हो गई थी। वहीं परिजनों को भरोसा दिलाया कि उनकी लड़ाई भाजपा लड़ेगी। उन्होंने मौत के लिए सरकार को घेरा।
बाउरी ने कहा कि ‘भारत के इतिहास में अभी तक किसी भी बहाली में इतनी मौत नहीं हुई। झामुमो-कांग्रेस-राजद की ठगबंधन सरकार के तुगलकी फरमान से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। सरकार ने पिछले पांच वर्षों में पहले मानसिक रूप से युवाओं को मारा अब शारीरिक रूप से मौत का कारण बन रही है।’ नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार सभी कायदे कानून को ताक पर रखकर गलत तरीके से नियुक्ति प्रक्रिया कराकर बुज़ुर्ग माता-पिता के बुढ़ापे का सहारा छीनने का पाप किया है। उन्होंने कहा कि युवाओं की लड़ाई को सदन से लेकर सड़क तक लड़ी जाएगी। यह सरकार प्रायोजित हत्या है।
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