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झारखंड सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने व उनके कामों का भी आर्थिक सर्वेक्षण हो इस उद्देश्य से मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की शुरूआत की है। इस योजना को राज्य भर में जोर शोर से धरातल पर उतारा जा रहा है। इस योजना का लाभ 21 वर्ष से 49 वर्ष तक की महिलाओं को ही मिलना है। परंतु पाकुड़ में इस योजना का क्रियान्वयन अलग ही तरीके से किया जा रहा है। कुछ लोग सरकारी मापदंडों को धता बताते हुए महिला ही नहीं पुरूषों को भी योजना का लाभ देने में जुटे हैं।
तीन वीएलई के खिलाफ शिकायत
मंईयां सम्मान योजना में गलत प्रविष्टि की शिकायत मिलने पर पाकुड़ प्रखंड विकास पदाधिकारी ने दो वीएलई के विरुद्ध उपायुक्त पाकुड़ को लिखित शिकायत की है। इन तीन वीएलई में नवादा के वीएलई मेमरूल हक व मणिरामपुर पंचायत के वीएलई सदाकत शेख शामिल हैं।
वीएलई पर गिरेगी गाज!
सूत्र बताते हैं कि इन दोनों वीएलई पर गाज गिरनी तय है। इन दोनों वीएलई पर अपने ही परिवार के सदस्यों व लड़कों तक का नाम योजना में प्रविष्टि का आरोप है। प्रखंड विकास पदाधिकारी को इन दोनों वीएलई के विरूद्ध योजना में गलत प्रविष्टि की शिकायत मिली थी। शिकायत मिलने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी पाकुड़ ने उपायुक्त पाकुड़ को पत्र लिख कर पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है।
इस मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर अल्फ्रेड मुर्मू ने बताया कि इन दोनों वीएलई के विरूद्ध गलत प्रविष्टि की शिकायत मिली थी। मामले की जांच के लिए उपायुक्त को पत्राचार किया गया है। जांच के बाद ही इसमें आगे की कार्रवाई की जाएगी। इधर सूत्रों की मानें तो इन दोनों वीएलई के द्वारा की गयी गड़बड़ी के बाद सभी वीएलई द्वारा की गयी प्रविष्टि की जांच करायी जाएगी। पाकुड़ डीसी मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने बताया, अभी तक उन्होंने शिकायत पत्र को देखा नहीं है, अगर शिकायत मिली है तो मामले की जांच करायी जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
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