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निर्वाचन आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख 1 अक्टूबर से बढ़ाकर 5 अक्टूबर कर दी। जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों की मतगणना अब 4 अक्टूबर के बजाय 8 अक्टूबर को होगी। आयोग की ओर से कहा गया कि बिश्नोई समुदाय के सदियों पुराने त्योहार को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया। इसे लेकर राजनीतिक दलों की मिलीजुली प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा कि चुनाव आयोग पर हम क्या ही टिप्पणी करें। यह तो भाजपा की कमजोरी को बताता है। उन्होंने कहा, ‘जो 10 साल की लंबी रेस नहीं जीत पाए वो 5 दिनों में क्या कर लेंगे? कांग्रेस के सिपाही जमीन पर टिके हुए हैं। 90 की 90 सीटों पर हमारी नजर है। हम हर सीट को जीतने की कोशिश करेंगे।’
कुमारी शैलजा ने कहा, ‘भाजपा पहले से ही कोशिश कर रही थी। भाजपा घबराई हुई है। यह निर्णय भाजपा की घबराहट की ही निशानी है। जब आप जनता में जनाधार खो देते हैं तो आप कुछ भी कर लें उससे फर्क नहीं पड़ता है।’ कांग्रेस नेता दीपक बाबरिया ने कहा कि इस पूरे एपिसोड में भाजपा की सरकार, उसके मुख्यमंत्री और उनके प्रदेश अध्यक्ष की अपरिपक्वता झलकती है। उन लोगों ने पूरे प्रदेश की जनता को एक अनिश्चित टाइम टेबल में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘आखिर में नामांकन की तारीख वहीं की वहीं है। मेरे अनुसार भाजपा हर चुनाव में धांधली करती है। शायद धांधली करने के लिए उनके (भाजपा) पास पर्याप्त समय नहीं होगा, इसलिए तारीख बढ़ाई गई है।’
दुष्यंत चौटाला ने इस पर क्या कहा?
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की तिथि 1 अक्टूबर से बढ़ाकर 5 अक्टूबर करने के चुनाव आयोग के फैसले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ‘हम चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं। इससे साफ पता चलता है कि भाजपा अपनी हार से बचने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है पर इससे क्या होगा। जनता ने भाजपा को प्रदेश से उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है।’ INLD नेता और विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि मैं चुनाव आयोग का धन्यवाद करता हूं क्योंकि यह लंबी छुट्टी थी। उन्होंने कहा, ‘बहुत से लोग इस दौरान बाहर जा सकते थे जिससे 10 से 20 प्रतिशत मतदाता मतदान करने से वंचित हो सकते थे।’
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की प्रतिक्रिया
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, ‘हमारे प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने पत्र लिखकर चुनाव आयोग को इस समस्या से अवगत करवाया कि लगातार छुट्टियां हैं। उसमें कहीं न कहीं यह चिंता भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने जताई कि कहीं इससे वोट प्रतिशत कम न हो जाए। इसके साथ-साथ अन्य दलों ने भी इस बात पर चिंता जताई। बिश्नोई समाज ने भी चिंता जाहिर की। मैं चुनाव आयोग का धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होने इस बात को समझा। ज्यादा वोटिंग होगी तो इससे प्रदेश और देश को भी लाभ मिलेगा। मैं चुनाव आयोग के इस फैसले का स्वागत करता हूं कि उन्होंने आम जन की भावनाओं को समझते हुए यह निर्णय लिया है।’
‘4-5 प्रतिशत कम हो सकता था मतदान’
भाजपा नेता लीला राम ने कहा, ‘चुनाव आयोग ने जो यह फैसला लिया है मैं उसके लिए चुनाव आयोग का धन्यवाद करता हूं। सभी पार्टियों के नेताओं ने यह मांग की है और उन नेताओं के पास भी यह मांग हरियाणा प्रदेश के मतदाताओं की ओर से गई थी। जब 5 अवकाश आ जाते हैं तो मतदाता सैर-सपाटे का फैसला ले लेता है। ऐसे में 4-5 वोट प्रतिशत कम हो सकता था। हिसार और सिरसा जिले के अंदर वोटिंग बहुत ही कम हो जाती, इसलिए चुनाव आयोग बधाई का पात्र है।’
‘भाजपा बुरी तरह डरी हुई’
AAP हरियाणा अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने चुनाव आयोग के फैसले पर कहा, ‘भाजपा बुरी तरह डरी हुई है। हरियाणा की जनता इस अहंकारी, भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है। हरियाणा का चुनाव जनता लड़ेगी। जनता ने तय कर लिया है कि जेजेपी और भाजपा का हरियाणा की सत्ता में कोई स्थान नहीं है। आम आदमी पार्टी ने पहले भी चुनाव की तारीखों का स्वागत किया था और अब भी कर रही है। हम सभी 90 विधानसभा सीटों पर मजबूती से लड़ने के लिए तैयार हैं।’ जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार अर्जुन सिंह ने कहा, ‘जम्हूरियत का तकाजायही होता है हर एक समाज के लोगों की भावनाओं का सम्मान किया जाता है। इससे बहुत बड़ा फर्क नहीं पड़ेगा। इस फैसले से हमें कोई एतराज नहीं है बल्कि हम तो इस फैसले का स्वागत ही करते हैं कि किसी समाज के लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए तारीख आगे बढ़ाई गई है।’
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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