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पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने पर झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी ने पूर्ण मान-सम्मान से उनका नेतृत्व स्वीकारा। अब वे जहां कहीं भी गए हैं, उनको शुभकामनाएं। ऐसा लगता है कि उनके जाने से झामुमो में तो नहीं, लेकिन भाजपा में बहुत हलचल देखने को मिलेगा। झामुमो कार्यालय में शुक्रवार को सुप्रियो मीडिया से रूबरू थे।
सुप्रियो ने चंपाई के पार्टी छोड़ने पर होने वाले नुकसान पर कहा कि पार्टी ने जल, जंगल और जमीन की लंबी लड़ाई लड़ी है। पार्टी बांस की तरह है, जिसे कभी भी जड़ से नहीं उखाड़ सकते। पार्टी नेताओं के समक्ष परीक्षा का शेड्यूल तय नहीं होता है। हर दिन परीक्षा देनी होती है। पार्टी के शेड्यूल में जनआकांक्षा, राज्य और देश हित के साथ समाज से जुड़े हर मुद्दे शामिल होते है। समाज को बांटकर राजनीति करने वाली भाजपा के चरित्र में अब कोई पॉलिटिकल सर्विस या इश्यू नहीं रह गया है। सुप्रियो ने कहा, भाजपा नेता जो भी नया पैंतरा अपना लें, लेकिन जनता ने आदिवासी-मूलवासी सरकार के पक्ष में अपना मन बना लिया है। आगामी विधानसभा चुनाव में स्पष्ट जनादेश ही इस बात को तय करेगा कि मूलवासी-आदिवासी की आकांक्षा को आत्मसात करने के लिए जो विश्वसनीयता झामुमो में है, वह अब किसी में नहीं है।
उन्होंने कहा, शायद इसी लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार चौथी बार सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की शुरुआत की है। सरकार पर जासूसी कराने के भाजपा के आरोप पर सुप्रियो ने कहा कि चोर की दाढ़ी में तिनका। जिस पार्टी के नेता उच्चतम न्यायालय में मान चुके हैं वे पैगासस द्वारा जासूसी कराते थे। वे आज यह कह रहे हैं। भाजपा नेताओं का तो राजनीतिक दर्शन ही जासूसी से जुड़ा हुआ है। उन्हें हर चीज में जासूसी नजर आती है। असम के सीएम झारखंड आते हैं। यहां ठहरते हैं। क्या असम पुलिस झारखंड पुलिस के संपर्क में नहीं रहती।
जहां वे रहते हैं, वहां की स्थिति का जायजा क्या पुलिस नहीं लेती। भाजपा को हर आदमी में भूत-जासूस दिखता है।
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