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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व सपा अखिलेश यादव।
– फोटो : amar ujala
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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लाल टोपी काले कारनामे वाले बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लाल रंग और उससे जुड़ी भावनाओं को नहीं समझ सकते हैं। लाल रंग क्रांति का है। लाल रंग इमोशन का है और मेल मिलाप का है। लाल रंग खुशी का है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लोकसभा चुनाव के हार के सदमे से नहीं उबर पा रहे हैं। जनता से भयभीत हैं, इसीलिए उन्हें हर जगह लाल-लाल दिखाई दे रहा है।
अयोध्या से भाजपा का भावना का रिश्ता नहीं
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। अयोध्या में भाजपा ने सस्ते में अपनों को जमीनें खरीदवाईं और जब बेचकर निकलने का समय आया तो सरकार ने सर्किल रेट बढ़ाने का प्रबंध कर दिया। अयोध्या की भूमि भाजपाई सौदेबाजी और मुनाफाखोरी की शिकार हुई है। अयोध्या की जनता तो पहले ही जान गई थी कि भाजपा का अयोध्या से भावनाओं का नहीं, बल्कि मुनाफे का लगाव है।
अखिलेश ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा सरकार में हर तरफ लूट मची है। अयोध्या में जमीनों की खरीद और बिक्री में बड़े पैमाने पर हुई लूटखसोट सबके सामने आ चुकी है। अयोध्या में गरीब और किसान जब सर्किल रेट बढ़ाकर मुआवजे की मांग कर रहे थे, तब सरकार ने सर्किल रेट और मुआवजा नहीं बढ़ाया। जब भाजपा के लोगों और कारोबारियों ने जमीनें सस्ते में खरीद लीं तब उन्हें ज्यादा मुनाफा दिलाने के लिए सरकार ने सर्किल रेट बढ़ा दिया।
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