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मैहर के एडीएम शैलेंद्र सिंह का पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वो नाई की दुकान पर एक व्यक्ति की चंपी करते हुए नजर आते हैं। दरअसल शैलेंद्र सिंह सोशल मीडिया पर रील बनाने के शौकीन है। वे अक्सर सोशल मीडिया पर इस तरह के वीडियो पो
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दैनिक भास्कर ने ऐसे चुनिंदा अफसरों की सोशल मीडिया प्रोफाइल देखी तो पता चला कि कि सभी लोग सामाजिक मुद्दों समेत प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ से जुड़े वीडियो और फोटो शेयर करते हैं। इन लोगों से बात की तो पता चला कि ज्यादातर ने कोरोना के समय लोगों को जागरूक करने के लिए वीडियो बनाना शुरू किया था।
ये भी बताया कि रील या वीडियो बनाते वक्त इस बात का पूरा ख्याल रखते हैं कि सिविल कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन न हो। पढ़िए एमपी के ऐसे 8 अफसरों की कहानी जिनके सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स हैं और ये सोशल मीडिया सेलिब्रिटी हैं। इनमें महिला अफसर भी शामिल है।
कोरोना काल में वीडियो बनाना शुरू किया: संतोष पटेल
संतोष पटेल सोशल मीडिया पर सामाजिक मुद्दों के साथ पर्सनल लाइफ से जुड़े वीडियो शेयर करते हैं। साथ ही ऐसी रील भी बनाते हैं जो पॉजिटिव मैसेज दें। इनके कुछ वीडियो के व्यूज मिलियन में हैं। संतोष कहते हैं मैंने कोरोना काल में वीडियो बनाना शुरू किया। कोरोना में लोगों को जागरूक करना मेरी जिम्मेदारी थी। हम लोग मेन स्ट्रीम मीडिया का सहारा तो ले ही रहे थे, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों तक तत्काल ही पहुंच रहे थे। यहीं से वीडियो बनाने की शुरुआत हुई।
पटेल कहते हैं कि मेरी मां के साथ बनाया वीडियो सबसे ज्यादा पसंद किया गया था। वे कहते हैं कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का सतना दौरा था। उस वक्त मेरी वीआईपी ड्यूटी लगी थी। ड्यूटी पूरी करने के बाद कुछ देर के लिए मैं अपने घर पन्ना गया। 5 साल बाद पहली बार वर्दी में घर पहुंचा तो पता चला कि मां खेत पर थीं। वो घास काट रही थी, मैंने उनका आशीर्वाद लिया। इसका वीडियो भी बनाया था जो लोगों को काफी पसंद आया। 2 दिन में 15 लाख लोगों ने इसे देखा था।
5 साल में सैकड़ों वीडियो बनाए आज तक विवाद नहीं हुआ
संतोष कहते हैं कि मेरे साथ ड्राइवर और पीएसओ रहता है मैं उन्हीं से वीडियो बनवा लेता हूं। इसके लिए अलग से कोई टीम या प्लानिंग नहीं होती। थोड़ी बहुत एडिटिंग मैं ही कर लेता हूं। मेरे 80 फीसदी वीडियो मैसेज देने वाले होते हैं। मोटिवेशनल कविताएं और शायरी भी पोस्ट करता हूं।
ड्यूटी के दौरान अपने काम पर ही फोकस करता हूं। ऐसे वीडियो नहीं डालता जिससे कोई विवाद पैदा हो, न ही कोई विवादित टिप्पणी करता हूं। सिविल सेवा आचरण अधिनियम के दायरे में रहकर की सोशल मीडिया पर पोस्ट करता हूं।
सचिन अतुलकर ने अपने बॉयो पर लिखा है पर्सनल अकाउंट
आईपीएस अधिकारी सचिन अतुलकर बॉडी बिल्डिंग के शौकीन है। वे अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जिम में वर्क आउट के वीडियो शेयर करते हैं। उनका इंस्टाग्राम वेरिफाइड अकाउंट है, जबकि फेसबुक और एक्स प्लेटफॉर्म नॉन वेरिफाइड है। इन्होंने अपने अकाउंट पर लिखा हुआ है पर्सनल अकाउंट।
अतुलकर बताते हैं कि सोशल मीडिया पर एक्टिव होने की पहली वजह है फैमिली और फ्रेंड्स से कनेक्ट रखना। इससे उनसे जुड़ाव बना रहता है, क्योंकि उनसे कई महीनों तक मिल नहीं पाते। सोशल मीडिया पर लगातार एक्टिव रहने की वजह से मेरे फॉलोअर्स की संख्या भी बढ़ गई।
बड़े अधिकारियों को निजी विचार पोस्ट करने से बचना चाहिए: अतुलकर
अतुलकर अपने अकाउंट पर पर्सनल के साथ प्रोफेशनल वीडियो पोस्ट करते हैं। वे कहते हैं कि मैं अक्सर बड़ी घटनाओं से जुड़ी जरूरी जानकारी अपने अकाउंट के जरिए लोगों तक पहुंचाता हूं। घटनाओं से जुड़े पब्लिक के सवालों के जवाब भी देता हूं। वीडियो बनाने के लिए मेरे पास कोई टीम नहीं है।
वर्क आउट से जुड़े वीडियो किसी से भी शूट करवा लेता हूं। हालांकि कई राज्यों की पुलिस कंटेंट पर अच्छा काम करती है, उसे इंटरेस्टिंग बनाती है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके। फिलहाल मैं ऐसा नहीं कर रहा हूं।
सोशल मीडिया पर पॉलिटिकल, रिलीजस कंटेंट पोस्ट करने से बचता हूं। जब आपको कोई विचार पोस्ट करना हो तो वहां स्पेशली मेंशन करना चाहिए कि ये विचार निजी हैं। हालांकि बड़े अधिकारियों को सोशल मीडिया पर निजी विचार रखने से बचना चाहिए।
शादी के बाद मेरे फॉलोअर्स की संख्या और ज्यादा बढ़ गई: आशीष पटेल
आशीष पटेल इंदौर में एसीपी है इनकी पत्नी प्रिया वर्मा एसडीएम है। वे इंस्टाग्राम और फेसबुक पर सक्रिय है। वे अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ से जुड़े वीडियो पोस्ट करते हैं। आशीष पटेल बताते हैं कि मैं साल 2018 यानी सिविल सेवा में अपने सिलेक्शन के समय से ही सोशल मीडिया पर एक्टिव हूं।
हमे लगता था कि हम अपने संघर्ष और उसके बाद मिले फल को नए लोगों के साथ शेयर करना चाहिए, ताकि वे लोग भी मोटिवेट हो सकें। मेरी प्रोफाइल पर ज्यादा फॉलोअर्स मेरी शादी के बाद से बढ़ना शुरू हुए। एसडीएम प्रिया वर्मा के साथ मेरी शादी की फोटो और वीडियो ज्यादा पसंद किए गए हैं।
पोस्ट करने से पहले हम अपने सिविल सर्विस रुल का ध्यान रखते हैं। सरकार की योजनाओं पर कमेंट नहीं करते और न ही गोपनीय बातों को सार्वजनिक करते हैं।
काम से जुड़े वीडियो ज्यादा वायरल होते हैं: हिमांशु
हिमांशु इंस्टाग्राम के साथ एक्स प्लेटफॉर्म पर भी एक्टिव रहते हैं। जिम वर्क आउट और नई जगहों पर घूमने की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करते हैं। हिमांशु कहते हैं कि पहले में अपने फिटनेस या प्रोफेशन से जुड़े वीडियो वॉट्सऐप स्टेटस पर शेयर करता था।
कुछ जानने और चाहने वालों ने सलाह दी कि मुझे ये वीडियो इंस्टाग्राम पर भी शेयर करना चाहिए।इसके बाद फॉलोअर्स की संख्या बढ़ने लगी। वे कहते हैं कि मेरे वो वीडियो सबसे ज्यादा वायरल होते हैं जो मेरे काम से रिलेटेड होते हैं। जब भी मैं कहीं निरीक्षण के लिए जाता हूं, उस वक्त के वीडियो ज्यादा वायरल होते हैं। वहीं से मेरे फॉलोअर्स बढ़ना शुरू हुए।
खुद ही वीडियो पोस्ट करता हूं, कोई टीम नहीं है: हिमांशु
हिमांशु कहते हैं कि मैंने इसके लिए कोई टीम नहीं रख रखी है। सब खुद ही करता हूं। जो मौके पर मौजूद होता है उसी सी वीडियो बनवा लेता हूं। अब मैं समाज से जुड़े मुद्दों को भी पोस्ट करने की कोशिश में हूं। ब्यूरोक्रेट्स के लिए सोशल मीडिया के लिए कोई रुल नहीं है। जो हमारे लिए जो सिविल सेवा रुल हैं, उनका उल्लंघन ना हो मैं उसका ध्यान रखता हूं।
पहले सोशल मीडिया पर एक्विट अब ज्यादा नहीं
दमोह के एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी कहते हैं कि सोशल मीडिया पर मेरे फॉलोअर्स जरूर बढ़ रहे हैं लेकिन अब मैं ज्यादा एक्टिव नहीं रहता। जब सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा था तब एक्टिविटी ज्यादा थी। फिलहाल में पर्सनल लाइफ से जुड़ी तस्वीरें और रील्स शेयर करता हूं।
वे कहते हैं कि सोशल मीडिया पुलिस के लिए बेहतर प्लेटफॉर्म है। बहुत सी जानकारी समय पर मिल जाती है। कई बार इसके ड्रॉ बैक भी देखने को मिलते हैं। कुछ भी घटना होने पर लोग अधिकारियों को टारगेट करते हैं। भद्दे कमेंट करते हैं। आरोप लगाते हैं। ब्लैकमेल करते हैं। परिवार को भी धमकियां मिलती हैं, इसलिए अब ज्यादा इस्तेमाल करने का मन नहीं करता।
अब जानिए सोशल मीडिया पर एक्टिव महिला अधिकारियों के बारे में
सोशल मीडिया के जरिए आम लोगों से जुड़ने की कोशिश: अवंतिका तिवारी
पलेरा की तहसीलदार डॉ. अवंतिका तिवारी इंस्टाग्राम पर ज्यादा एक्टिव रहती हैं। वे कहती हैं कि आजकल लोगों की जिंदगी का आधा से ज्यादा वक्त सोशल मीडिया पर बीत रहा है। ऐसे में हम भी चाहते हैं कि हमारे रिलेटिव्स के साथ आम लोग भी इसके माध्यम से हमसे जुड़े रहें।
वे बताती हैं कि मैं प्रोफेशनल के साथ पर्सनल लाइफ से जुड़ी पोस्ट करती हूं। इन्हें लोग पसंद करते हैं तो अच्छा लगता है। तस्वीरें या वीडियो पोस्ट करते वक्त मैं हमेशा ध्यान रखती हूं कि मेरी तरफ से कोई नियम न टूटे। मैं कोई ऐसी चीज पोस्ट नहीं करती जिसका मेरे काम पर असर पड़े।
महिला अधिकारी होने से बढ़ी फॉलोअर्स की संख्या: अवंतिका
वे कहती हैं कि जब हम नौकरी जॉइन कर लेते हैं तो समझ आता है कि इस काम में रुतबा और दिखावे से ज्यादा जिम्मेदारियां हैं, इसीलिए मैं अपनी प्रोफेशनल लाइफ से जुड़े पोस्ट ज्यादा करती हूं। साल 2018 के बाद से लगातार फॉलोअर्स की संख्या बढ़ रही है। हालांकि, ऐसी कोई पोस्ट नहीं है जिसकी वजह से अचानक फॉलोअर्स की संख्या बढ़ी हो।
मैं ये भी मानती हूं कि मेरे फॉलोअर्स बढ़ने की वजह महिला अधिकारी होना भी है। मैंने अपना सोशल मीडिया मेंटेन करने के लिए कोई टीम नहीं रखी है। जो लोग साथ रहते हैं, मौके पर उन्हीं से वीडियो या फोटो शूट करा लेती हूं। जब कभी कुछ पोस्ट नहीं करती तो लोग मैसेज कर पूछते हैं कि इतने दिन कहां थीं, ये मुझे अच्छा लगता है। हालांकि मेरी प्रायोरिटी मेरा काम ही है, इसी की वजह से मेरी पहचान है।
लोग पहले जानना चाहते थे कि अधिकारियों की जिंदगी कैसी होती है: प्रिया वर्मा
प्रिया वर्मा 2019 में सीएए एनआरसी के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं को थप्पड़ मारने के आरोप से चर्चा में आई थीं। इसके बाद एसीपी आशीष पटेल से शादी के बाद सुर्खियां बटोरी। प्रिया वर्मा कहती हैं कि मेरे सबसे ज्यादा फॉलोअर्स फेसबुक पर हैं।
साल 2018 में जब मैं सिविल सेवा के लिए सिलेक्ट हुई थी तब मेरे सबसे ज्यादा फॉलोअर्स बढ़े थे। उस वक्त सोशल मीडिया पर सिविल सेवा से रिलेटेड कंटेंट का इतना प्रचलन नहीं था, जितना अब है। लोगों को इस बात को लेकर उत्सुकता होती थी कि अधिकारियों की जिंदगी कैसे होती है।
उस वक्त मैंने ट्रेनिंग से लेकर प्राइवेट और पब्लिक लाइफ से जुड़े वीडियो और फोटो पोस्ट किए थे। इस वक्त बहुत से लोग नॉलेजेबल कंटेंट अपलोड लगे हैं तो मैंने वो कंटेंट डालना बंद कर दिया है। कंटेंट पोस्ट करते वक्त मैं अपनी मर्यादा का ध्यान जरूर रखती हूं। अब सोच रही हूं कि समाज को जागरूक करने वाले वीडियो पोस्ट करूं।
पहले मुझे सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं आता था : शिवाली
शिवाली तिवारी केवल इंस्टाग्राम पर एक्टिव हैं। वे पति नवीन तिवारी और बेटे के साथ रील्स शेयर करती हैं। शिवाली कहती हैं कि मैं एक ऐसे इलाके से आती हूं जो बेहद पिछड़ा हुआ है। उसके बाद भी मैं सिविल सेवा के लिए चयनित हुई। इसकी वजह से सोशल मीडिया पर मेरी लोकप्रियता बढ़ी है।
वे कहती हैं कि शुरुआत में मुझे सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना नहीं आता था। साल 2022 में कुछ रिश्तेदारों के गाइड करने के बाद मैंने सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करना शुरू किए। मैं जिस भी थाने या जिले में जाती थी नए-नए लोग मुझसे जुड़ते जाते और इसी तरह मेरे फॉलोअर्स की संख्या बढ़ती गई।
वे कहती है कि पब्लिक सर्वेंट के लिए सोशल मीडिया को लेकर कोई स्पेसिफिक गाइडलाइन नहीं है, लेकिन मैं अनुशासित हूं। मर्यादा में रहकर पोस्ट करती हूं, ताकि समाज के बीच कोई गलत मैसेज न जाए।
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