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जिले में इस मानसून सत्र के दौरान बारिश का कोटा पूरा हो गया है, लेकिन इसके बावजूद शहर और आसपास के क्षेत्रों में बारिश की कमी ने लोगों को निराश किया है। जबकि जिले के अन्य हिस्सों में अच्छी बारिश दर्ज की गई है, दादरी शहर में बारिश की बूंदें अभी तक जमीन पर नहीं गिरी हैं।
इस वजह से उमस भरी गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। शुक्रवार की दोपहर करीब दो बजे घनी काली घटाओं ने आकाश को ढक लिया था, जिससे लोगों को राहत की उम्मीद बंधी थी। लेकिन इन उम्मीदों पर पानी फिर गया जब एक भी बूंद बारिश शहर की धरती पर नहीं पड़ी। कुछ देर बाद आसमान साफ एवं नीला हो गया। बारिश की कमी के कारण शहर का तापमान 30 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच गया है, जिससे उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया है। बिजली की कटौती और तेज धूप के चलते लोग घरों में बंद रहने को मजबूर हैं। उमस भरी गर्मी से निजात पाने के लिए लोग विभिन्न उपाय अपना रहे हैं। मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने कहा 31 अगस्त तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति पर उत्तर की तरफ आने की संभावना से राज्य में मानसूनी हवाओं की सक्रियता में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना से राज्य में अगले चार-पांच दिनों में बारिश की गतिविधियां में वृद्धि होगी। जिले के बाढड़ा क्षेत्र में अच्छी बारिश दर्ज की गई, जिसने वहां के निवासियों को राहत दी। मौसम विभाग ने 26 से 31 अगस्त के बीच चरखी दादरी सहित आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई थी। लेकिन यह भविष्यवाणी शहर के निवासियों के लिए निराशाजनक साबित हुई, क्योंकि शहर में एक दिन भी बारिश नहीं हुई। किसानों के लिए यह स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो गई है, क्योंकि खेतों में खड़ी फसलें बारिश के अभाव में सूख रही हैं। धान, बाजरा और अन्य खरीफ फसलों के लिए यह समय बहुत ही महत्वपूर्ण है, और यदि जल्द ही बारिश नहीं हुई, तो फसल उत्पादन पर इसका गहरा असर पड़ सकता है। जिले के कुछ क्षेत्र में कम बारिश का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
बाढड़ा में हुई अच्छी बारिश
किसानों को कम पैदावार का डर
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