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कोलकाता, एजेंसी। केंद्रीय मंत्री और भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने गुरुवार को राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात की। उन्होंने नौ अगस्त को यहां आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना के बाद राज्य के हालात पर चर्चा की। बैठक में पार्टी की राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष और अन्य भाजपा नेता शामिल हुए। इस दौरान मजूमदार ने राज्यपाल से पश्चिम बंगाल में जारी अराजकता की स्थिति को दूर करने के लिए निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया। मजूमदार ने कहा, हमने राज्यपाल से बंगाल में लोगों के अधिकारों की रक्षा करने और राज्य को इस भयावह स्थिति से बाहर निकालने के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया।
ममता की आलोचना की
मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए कहा कि पिछले तीन हफ्तों से दुष्कर्म-हत्या पीड़िता के लिए न्याय की मांग को लेकर जारी विरोध प्रदर्शनों के बावजूद वह अपने बयानों के माध्यम से अशांति भड़का रही हैं। उन्होंने बनर्जी पर संघीय ढांचे के तहत राज्य सरकार के प्रमुख के रूप में अपनी भूमिका निभाने में विफल रहने का आरोप लगाया।
मजूमदार ने कहा, हमने राज्यपाल को स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी है जो नौ अगस्त की घटना के बाद से बिगड़ गई है। हम राज्यपाल से संविधान के संरक्षक के रूप में इन मुद्दों को हल करने का आग्रह करते हैं।
भाजपा नेताओं ने धरना भी दिया
राज्यपाल से मुलाकात के बाद मजूमदार और पार्टी के अन्य नेताओं ने एस्प्लेनेड क्षेत्र में धरना दिया और आरजी कर अस्पताल की घटना के संबंध में मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की।
राज्यपाल के खिलाफ गंभीर शिकायतों पर जवाब दे भाजपाः कुणाल घोष
तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने कहा कि हम पहले से ही राज्यपाल को हटाने की मांग कर रहे हैं जो स्वयं राजभवन की एक पूर्व कर्मचारी की ओर से लगाए गए उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे हैं। घोष ने कहा कि लोकतांत्रिक सरकार को हटाने की मांग करने के बजाय भाजपा नेताओं को यह बताना चाहिए कि राज्यपाल के खिलाफ गंभीर शिकायतों के बावजूद उन्हें क्यों नहीं हटाया जाना चाहिए।
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