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गिरिडीह के गावां अस्पताल में एनआरएचएम मद में हुए गबन के मामले में तत्कालीन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ चंद्रमोहन कुमार, बीपीएम प्रमोद बरनवाल, प्रधान सहायक प्रभात कुमार और प्रभारी के करीबी कोडरमा के सतगावां निवासी दिनेश चौधरी पर गावां थाना में मामला
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बता दें कि 24 जून को गिरिडीह सीएस शिव प्रसाद मिश्रा ने गावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के क्रम में कैशबुक और स्टोर की जांच में उन्हें वित्तिय अनियमितता का एहसास हुआ था। इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ चंद्रमोहन को प्रभारी के पद से हटाते हुए उक्त पूरे मामले की जानकारी उन्होंने गिरिडीह डीसी नमन प्रियेश लकड़ा को दिया था।
डीसी ने जांच टीम गठन कर कराई थी ऑडिट
सीएस से मिले शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डीसी ने चार सदस्यीय टीम का गठन कर गावां सीएचसी के एनआरएचएम में हुए वित्तीय लेन-देन का स्पेशल ऑडिट कराया। ऑडिट के दौरान पिछले तीन वित्तीय वर्ष में लगभग 65 लाख रूपये की गड़बड़ी सामने आई। इस दौरान फर्जी बिल पर दवाओं की खरीद, फर्जी संस्थान के नाम बैंक खाता में वितीय लेन-देन समेत कई तरह की गड़बड़ियां सामने आई। जांच टीम ने 2 माह तक बारीकी से एनआरएचएम मद में हुए हरेक लेन-देन को बारीकी से देखा और अंततः 65 लाख रुपये गबन होने की फाइनल रिपोर्ट डीसी को सौंपी गई। इस गबन में तत्कालीन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ चंद्रमोहन कुमार, बीपीएम प्रमोद बरनवाल, प्रधान सहायक सह स्टोर कीपर प्रभात कुमार के अलावे सतगावां के दिनेश चौधरी को दोषी पाया गया।
डीसी ने FIR दर्ज करने का दिया निर्देश
जांच रिपोर्ट डीसी को मिलने के बाद डीसी ने इस मामले पर कड़ा एक्शन लेते हुए इस घोटाले में संलिप्त तत्कालीन प्रभारी डॉक्टर चंद्रमोहन, प्रधान सहायक प्रभात कुमार, बीपीएम प्रमोद वर्णवाल और इस घोटाले के मास्टरमाइंड दिनेश चौधरी पर मामला दर्ज करवाने का निर्देश गिरिडीह सीएस को मिला। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर वर्तमान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर महेश्वरम के आवेदन पर गावां थाना में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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