राजेश तिवारी/अजित सिंह (संवाददाता)
ओबरा / सोनभद्र -प्रदेश का सबसे महत्वपूर्ण जनपद, जिसकी सीमा॓एं चार प्रदेश से जुड़ती हैं तथा भारत के प्रमुख बांध में शुमार रिहंद बांध, ओबरा बांध यहां अवस्थित है।कई वर्षों के सूखा के बाद, इस वर्ष मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, झारखंड और सोनभद्र में अच्छी बरसात के कारण रिहंद तथा ओबरा बांध लबालब भर रहे हैं,भारी मात्रा में पानी के आवक को देखते हुए, 26 अगस्त की रात्रि में ओबरा बांध के गेट न. 6व 8 को खोला गया।सुबह बांध का मुआयना करने के बाद ,गेट न.6 को बंद कर दिया गया।गेट न.8 से लगातार पानी निकाला जा रहा है।ओबरा बांध खंड ओबरा के सतर्क, कर्तव्यनिष्ठ अधिशासी अधिकारी ने बताया कि 2017 में ओबरा बांध का फाटक खोला गया था। इसी क्रम में सिंचाई विभाग के महेश ने बताया कि बांध की अधिकतम सीमा 193.24 मीटर है,कल रात्रि 12 बजे बांध में पानी का लेबल 193.05 मी.हो गया,एतिहातन बांध के दो फाटक खोलकर पानी का लेबल कंट्रोल किया गया सुबह एक गेट बंद कर दिया गया।जनपद के चारो तरफ भारी बारिश को देखते हुए और गेट खुलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।नदी के किनारे ग्रामीणों,किसानों ,रहवासियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है । वहीं तापीय परियोजना के यशस्वी मुख्य महाप्रबन्धक इं. आर.के. अग्रवाल ने कहा कि डैम की सतत निगरानी की जा रही है।जलस्तर पर प्रशासन की पैनी नजर है।ज्ञातव्य है कि रिहंद बांध की अधिकतम जलस्तर सीमा 871 फीट है,कल रात्रि 12 बजे रिहंद बांध में जलस्तर 867.01 पहुंच गया था।