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अस्पताल में मौजूद मृतक के परिजन व पुलिस।
हरियाणा के हिसार जिला के नारनौंद के वार्ड नम्बर 8 में एक व्यक्ति को आधी रात को घर से बाहर बुलाकर करीब 6 युवकों ने लाठी-डंडों व लोहे की रोड से पीट पीट कर हत्या कर दी। परिजन व्यक्ति को लेकर पीजीआई रोहतक गए। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने थ
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10 साल पहले रोहतक से आए थे नारनौंद
नारनौंद में वार्ड 8 में रहने वाले राजबीर ने पुलिस को बताया कि वह माईक्रो फाइनेंस बैंक बरवाला में प्राइवेट नौकरी करता है। वे दो भाई व एक बहन है। उनका परिवार करीब 10 साल पहले माता दरवाजा शोरा कोठी रोहतक से नारनौंद में आकर रहने लगा था। वार्ड नंबर 1 नारनौंद में उनका प्लाट है और वार्ड नंबर 8 नारनौंद में वे किराये के मकान में रहते हैं। करीब सवा साल पहले मां राजो की मृत्यु हो चुकी है। उसका पिता राकेश करीब 7-8 महीने से नारनौंद पुराना बस स्टैंड स्थित शराब ठेके के आगे अंडे की रेहड़ी लगाता था।
मृतक का फाइल फोटो।
रात में पिता चिल्लाए, मुझे बचाओ
उसने बताया कि 25 अगस्त की रात को हम सभी अपने घर पर सोए हुए थे, तो रात करीब 2 बजकर 43 मिनट पर मेरे पिता 43 वर्षीय राकेश की घर के बाहर से चिल्लाने की आवाज आ रही थी। वह कह रहे थे, मुझे बचाओ-मुझे बचाओ। फिर उसने घर से बाहर आकर देखा तो उसका पिता राकेश खून से लथपथ हालत में पड़ा था।
वह घर के बाहर आंगन में पड़ा हुआ था। फिर मैं व मेरी पत्नी व पड़ोसी पिता राकेश को इलाज के लिए नारनौंद के नागरिक अस्पताल में लेकर गए। डॉक्टरों ने उन्हें हिसार रेफर कर दिया।
पिता ने मरने से पहले ये बताया…
इसके बाद वह उसके पिता को हिसार ले गए। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उनके पिता को अग्रोहा के मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया। वहां पर भी उनका सही इलाज नहीं होने के चलते वह उन्हें पीजीआई रोहतक के ट्रॉमा सेंटर में लेकर गए। जहां पर इलाज के दौरान सोमवार को उनके पिता राकेश की मौत हो गई। मेरे पिता राकेश ने मुझे बतलाया था कि 25 अगस्त की रात को 5-6 लड़कों ने मुझे आवाज देकर घर से बाहर बुलाया था, वो लड़के मेरे पिता को एक चौपाल में ले गए।
अस्पताल में मौजूद परिजन।
मोटरसाइकिल चढ़ाने की कशिश
जहां पर उन्होंने मेरे पिता को लाठी-डंडों व लोहे की रोड से छाती, पैरो, हाथों, कमर, मुंह व ठोड़ी पर चोट मारी। फिर चौपाल से बाहर लाकर उसके ऊपर मोटरसाइकिल चढ़ाने की कोशिश की गई। करीब 4-5 दिन पहले गोविंदा बाल्मीकी के साथ 4-5 लड़के मेरे घर पर आए थे, जो कह रहे थे कि गौरव को समझा लो, उसको हम नहीं छोड़ेंगे।
हम राकेश को नारनौंद में नहीं रहने देंगे
वहीं दर्सी सोलगर ने करीब 3-4 माह पहले कहा था कि हम राकेश को नारनौंद में नहीं रहने देगे। मेरे पिता की मौत 5-6 अज्ञात युवकों द्वारा मारी गई चोटों के कारण हुई है। नारनौंद थाना पुलिस ने मृतक के बेटे के बयान पर 6 अज्ञात युवकों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतक के शव का मंगलवार को पीजीआई रोहतक में पोस्टमॉर्टम होगा।
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