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भगवान श्री कृष्ण का जन्म हो गया। जन्म के साथ मंदिरों में घंटे घड़ियाल बज उठे। पूरा शहर नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की… से गूंज बाड़मेर शहर गूंज उठा। वैदिक मंत्रो के बीच कमल पुष्प अर्पित किए गए। बाड़मेर शहर के स्टेशन रोड देर रात तक लोगों का जन सैला
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वहीं बाड़मेर शहर में युवक- युवतियों में मटकी फोड़ने को लेकर जमकर उत्साह नजर आया। शहर में आजाद चौक, माणक अस्पताल, करमू जी की गली, जांमे जी की गली सहित जगह-जगह दही हांडी फोड़ प्रोग्राम हुए। बच्चे, युवा महिलाएं व बुजुर्ग सभी कृष्ण की भक्ति में लीन नजर आए।
शहर से लेकर गांव तक मंदिरों में बच्चे, महिलाएं सहित भक्तों मंदिर में दर्शन करते नजर आए। मंदिरों में फूल मालाओं से विशेष सजावट की गई। शहर के आजाद चौक से हनुमान जी मंदिर, स्टेशन रोड में भक्तों का जमावड़ा नजर आया। कृष्ण जन्म के बाद भक्त घर के लिए रवाना हुए। मंदिरों में कृष्ण भगवान के दर्शन करने के लिए लंबी-लंबी लाइन लग गई। शहर के अलग-अलग जगहों पर मटकी फोड़ प्रतियोगिताएं हुई।
आजाद चौक में गर्ल्स और बॉयज ने अलग-अलग मटकियां फोड़ी।
आजाद चौक में करीब 25 फीट मटकी फोड़ने के लिए युवाओं को मशक्कत करनी पड़ी। जन्माष्टमी प्रोग्राम 12 बजे तक कृष्ण जन्म तक चला। लोगों ने व्रत कृष्ण जन्म के बाद खोले। कृष्ण जन्म के समय भगवान के दर्शन करने के लिए भक्त इंतजार करते नजर आए।
कृष्ण जन्म के साथ गूंजे कृष्ण गोपाल के जयकारें
रात में मंदिरों में बच्चे, महिलाएं सहित भक्तों मंदिर में दर्शन करते नजर आए। मंदिरों में फूल मालाओं से विशेष सजावट की गई। शहर के आजाद चौक से हनुमान जी मंदिर, स्टेशन रोड पर भक्तों का जमावड़ा नजर आया। रात को 12 बजे कृष्ण जन्म के साथ शहर कृष्ण के जयकारें से गूंजा उठा। कृष्ण जन्म के बाद भक्त घर के लिए रवाना हुए। मंदिरों में कृष्ण भगवान के दर्शन करने के लिए लंबी-लबी लाइन लग गई। जन्माष्टमी प्रोग्राम कृष्ण जन्म तक चला। लोगों ने व्रत कृष्ण जन्म के बाद खोले।
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