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Indian doctor dead in America : अमेरिका में एक भारतीय डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वह अलबामा के टस्कालूसा में थे, शुक्रवार को उनके ऊपर फायरिंग की गई. उनकी पहचान आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले के डॉ. रमेश बाबू पेरामसेटी के रूप में हुई. गोली लगने के बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. रमेश बाबू अमेरिका में अपनी अलग पहचान बना चुके थे, इन्होंने स्थानीय डॉक्टरों की मदद से क्रिमसन नेटवर्क की स्थापना की थी और कई अस्पतालों का संचालन किया. स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में उनका बड़ा योगदान था. क्रिमसन केयर नेटवर्क टीम ने उनकी मौत की पुष्टि की है. क्रिमसन ने फेसबुक पेज पर एक बयान में कहा कि पेरामसेटी की मौत हो चुकी है. फेसबुक पोस्ट में कहा गया कि हमें डॉ. रमेश पेरामसेटी के निधन की जानकारी मिली है. पेरामसेटी परिवार ने हमसे अनुरोध किया है कि हम उनके गम के इस समय में उन्हें प्राइवेसी दें. हम उन्हें वैसे ही सम्मानित करना जारी रखेंगे जैसा वह चाहते थे. आपकी समझदारी के लिए धन्यवाद.
फेसबुक पेज पर दिया गया बयान
क्रिमसन ने एक दूसरी पोस्ट में लिखा कि इस मुश्किल समय में पेरामसेटी और क्रिमसन केयर नेटवर्क परिवार को अपनी प्रार्थनाओं में शामिल रखें. हम उनकी विरासत को जारी रखेंगे. हमारे क्लिनिक संक्रमणकाल में खुले रहेंगे. बता दें कि पेरामसेटी की पत्नी, 2 बेटे और 2 बेटियां हैं, जो सभी अमेरिका में बसे हुए हैं. पेरामसेटी ने मेडिकल कॉलेज ऑफ विस्कॉन्सिन और श्री वेंकटेश्वर मेडिकल कॉलेज से 1986 में ग्रेजुएशन किया था. उनकी टस्कालूसा के साथ-साथ उन्होंने अन्य 4 स्थानों पर कई अस्पतालों में काम किया था.
मिल चुके हैं कई पुरस्कार
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट की मानें तो चिकित्सा पेशे में उनके महत्वपूर्ण योगदान के कारण टस्कलोसा में एक सड़क का नाम उनके नाम पर रखा गया था. उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान भी प्रभावि लोगों की मदद की थी, जिसके लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिले. वह कई सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय थे. आंध्र प्रदेश के मेनकुरु हाई स्कूल को लगभग 17 हज़ार डॉलर या 14.2 लाख का दान दिया था. पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है. हत्या के सही कारण अभी सामने नहीं आए हैं.
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