[ad_1]
संघ के शक्ति गर्जना कार्यक्रम में विभिन्न खेल हुए।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थानीय इकाई के तत्वावधान में युवा शक्ति गर्जना कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम के तहत युवाओं को मैदानी खेलों से जोड़ने का प्रयास किया गया। खेल-खेल के माध्यम से नैतिक शिक्षा का भी प्रशिक्षण दिया गया।
.
शारदा बाल निकेतन के खेल मैदान में आयोजित हुए कार्यक्रम में शहर के 330 से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया। देशभक्ति गीताें व भजनों के साथ कार्यक्रम की शुरुआत व समापन हुआ। प्रतियोगिताओं के दौरान स्वयंसेवकों का उत्साह चरम पर रहा। खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन 2 चरणों में किया गया।
कार्यक्रम के पहले चरण में प्रतिभागियों के 18 ग्रुप बनाए गए। सभी ग्रुप के बीच अग्नि कुंड, घूमर गोटा, ताला चाबी, डमरू दौड़, झोपड़ी दौड़, रुमाल झपट्टा व बैलगाड़ी दौड़ आदि प्रतियोगिताएं हुईं। सभी दलों के बीच हुई प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन के आधार पर विजेता व उप विजेता की घोषणा की गई। इसके बाद विजेताओं को दूसरे चरण की प्रतियोगिताओं में भेजा गया।
जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर आयोजित इस कार्यक्रम के दूसरे चरण में मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। लेकिन प्रतिभागियों को मटकी फोड़ने से पहले विभिन्न बाधाओं से गुजरना पड़ा। इन बाधाओं में सुरंग पार करना, दीवार पर चढ़ाई, रस्से पर चलना, बर्फ की सुरंग से निकलना, बाधा दौड़, अग्निकुंड से निकलना, बल्लियों पर संतुलन बनाकर चलना, पानी की बौछार को पार करना व मोटर सुरंग से निकलना शामिल रहा। कार्यक्रम में रोमांच चरम पर रहा।
कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक राजेश कुमार ने कहा कि भारतीय सभ्यता व संस्कृति ज्ञान, धर्म, संस्कृति, आध्यात्म व विज्ञान के बल पर पूरे विश्व में सिरमौर है। आज सामाजिक समरसता व समन्वय बहुत जरूरी है। वसुधैव कुटुंबकम के भाव के साथ समाज के सभी वर्गों में समरसता व सद्भाव बहुत जरूरी है। इस अवसर पर शताब्दी विस्तारक रूद्रकुमार शर्मा, जिला कार्यवाह सुखराम, सह जिला कार्यवाह मनीष, संपर्क प्रमुख बालकिशन, नगर कार्यवाह रामवतार चांडक, सह कार्यवाह मनोज समेत संघ के अनेक पदाधिकारी व स्वयंसेवक मौजूद थे।
[ad_2]
Source link